गोपालगंज के मांझा में 65 वर्षीय वृद्ध की गला दबाकर निर्मम हत्या कर शव को गन्ने के खेत में फेका
गोपालगंज में 65 वर्षीय वृद्ध की गला दबाकर निर्मम हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद उसके शव को गन्ने के खेत में फेक दिया. घटना मांझा थानाक्षेत्र के भसही गाँव की है. हत्या की वजह मृतक बेटे को मिलने वाली मुआवजा की राशि बताई जा रही है. मृतक का नाम रामाशीष यादव है. वे मांझा के भसही गाँव के रहने वाले मुखलाल चौधरी के पुत्र थे.
जानकारी के मुताबिक आज सुबह ग्रामीण जब गन्ने की खेत की निगरानी करने गए तो उसमे किसी वृद्ध का शव देखा. शव के मिलने से पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गयी. ग्रामीणों ने इसकी सुचना मांझा पुलिस को दी. मृतक कि शिनाख्त गाँव के 65 वर्षीय रामाशीष यादव के रूप में की गयी. सुचना मिलने पर मौके पर पहुची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया है.
मृतक के रिश्तेदार रामनाथ यादव के मुताबिक रामाशीष यादव के बेटे नागेन्द्र चौधरी की 5 साल पूर्व यूपी के गोरखपुर में ट्रक से कुचलकर मौत हो गयी थी. इसी मौत के बाद इन्सुरेंस कम्पनी के द्वारा मृतक को 5 लाख का चेक मिलने वाला था. इसी चेक से सम्बंधित मामले को लेकर वे कल अपने बेटे के ससुराल गए थे. उसके बाद ही उनकी गला दबाकर हत्या कर दी गयी और हत्या के बाद उनके शव को छुपाने के लिए गन्ने की खेत में फेक दिया गया था. मृतक के सिर में गहरे जख्म के निशान है.
मृतक के भतीजे राजकुमार यादव के मुताबिक उनके बड़े पिता की हत्या उनके ही समधी और समधी के बेटे के द्वारा कर दी गयी है. हालाकि आरोपी समधी रमई चौधरी ने कहा की रामाशीष यादव कल शाम को उनके घर आये हुए थे. लेकिन खाना खाने के बाद वे रात को ही अपने घर वापस लौट गए थे. लेकिन उन्हें सुचना आज सुबह सुचना मिली की रामाशीष यादव की हत्या कर दी गयी है. उनके ऊपर हत्या का झूठा आरोप लगाया जा रहा है.
बहरहाल मांझा पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है. इसके साथ मृतकों के बयान पर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.