गोपालगंज के बैकुंठपुर में बिना दहेज मंदिर में हुआ शादी, विपिन-रिंकू बने मिसाल
गोपालगंज जिला के बैकुंठपुर प्रखंड के उत्तर बनकट्टी गांव में उस वक़्त ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी जब शक्तिपीठ कामाख्या मंदिर में वर-वधू ने सात फेरे लिए। दहेज बंदी कानून के बाद बिना दहेज की क्षेत्र में हुई यह पहली शादी चर्चा का विषय बनी रही।
बताया गया कि सीमावर्ती सारण जिले के मसरख थाने के सिसई गांव निवासी कवल देव शर्मा की 21 वर्षीया बेटी रिंकू की शादी बैकुंठपुर थाने के महुआं गांव निवासी गौतम शर्मा के 24 वर्षीय बेटे विपिन शर्मा के साथ गुरुवार को हुई। बिना तिलक-दहेज के हुई इस आदर्श शादी के पीछे बलारका संस्था की अहम भूमिका रही। संस्था के सचिव सतीश कुमार सुमन ने बताया कि पहले बिना तिलक-दहेज के शादी के लिए वर-वधु पक्ष के लोगों को जागरुक किया गया। दोनों परिवार की रजामंदी के बाद गुरुवार की सुबह वर-वधू ने एक दूसरे के साथ जीने-मरने की शपथ लेते हुए सात फेरे लिए। अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेने वाले नवदंपति जोड़े ने कहा कि महंगी शादी और दहेज प्रथा समाज के नाम पर कलंक है। समाज में हर स्तर पर इसका खुलकर विरोध हो तो बेटियां किसी के लिए बोझ नहीं बनेंगी।