गोपालगंज में हुए जदयू नेता हत्याकांड का मुख्य आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर
गोपालगंज : नगर थाना क्षेत्र के सरेया वार्ड संख्या तीन में जदयू नेता टीपी सिंह हत्याकांड में पुलिस गिरफ्त से अारोपित बाहर है. पुलिस के हाथ आरोपितों के गिरेबान तक नहीं पहुंच पा रहे. नतीजा है कि परिजन अब दहशत में हैं. पुलिस अफसरों का दावा है कि कई अहम सुराग हाथ लगे हैं.
कातिल की तलाश की जा रही है. फिलहाल पुलिस ने एक आरोपित को उठाया है, जिससे पूछताछ की जा रही है. वहीं अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 10 टीमें लगायी गयी हैं. अब तक गोपालगंज के अलावा जादोपुर, विशंभरपुर, मांझा और बरौली थाना क्षेत्र में पुलिस छापेमारी कर चुकी है. पुलिस की अबतक की कार्रवाई पानी में लाठी पीटने जैसी साबित हुई है.
ध्यान रहे कि गत दिनों गोपालपुर थाना क्षेत्र के गुलौरा गांव के रहनेवाले टीपी सिंह सरेया वार्ड संख्या तीन में अपने जमीन पर रह रहे थे, गत सात दिसंबर की रात में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी थी.
टीपी की हत्या में इनकी हो रही तलाश : मृतक टीपी सिंह की पत्नी शांति कुंवर के बयान पर नगर थाने के कुकुरभुक्का गांव के भीखू यादव, जादोपुर वार्ड संख्या पांच के निवासी आनंदी पांडेय, सरेया वार्ड संख्या एक के निवासी नागेंद्र पंडित, बंजारी पुलिस लाइन के पीछे के निवासी बबलू यादव, हनुमानगढ़ी के राणा श्रीवास्तव, दीपू श्रीवास्तव, मिंटू श्रीवास्तव, नारायण श्रीवास्तव, वार्ड संख्या छह में गंगा नर्सरी के पास रहनेवाले संतोष यादव, राम लाल यादव, हजियापुर के दीनानाथ मांझी व अभय यादव को नामजद किया गया है. पुलिस ने मामले में 13 नामजद आरोपित समेत 35 लोगों को अभियुक्त बनाया है.
परिजनों ने कहा-उसी जमीन पर होगा श्राद्धकर्म : तेज प्रकाश उर्फ टीपी सिंह की हत्या के बाद पूरा परिवार मर्माहत है. दाह-संस्कार संपन्न कराने के बाद मृतक की पत्नी शांति कुंवर ने कहा कि श्राद्धकर्म भी उसी जमीन पर 20 दिसंबर को होगा, जहां टीपी सिंह की गोली मारकर हत्या की गयी है. करीब 27 कट्ठा खाली पड़ी जमीन को हड़पने के लिए भू-माफियाओं ने टीपी सिंह की हत्या कर दी थी.पुलिस प्रशासन और न्यायालय पर न्याय के लिए भरोसा जतायी है.