महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल खतरे में है : शिवसेना
स्थानीय निकाय चुनाव में हार को लेकर भाजपा की खिंचाई करते हुए शिवसेना ने बुधवार को कहा कि हवा में उड़ने वाले गुब्बारे अधिक समय तक हवा में नहीं रहते हैं। शिवसेना ने साथ ही चेताया कि चुनाव परिणाम संकेत देते हैं कि महाराष्ट्र का ‘राजनीतिक माहौल खतरे में है।’ शिवसेना ने यह भी कहा है कि स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस की जीत ‘केवल एक ट्रेलर’ है और ‘फिल्म अभी बाकी है।’
पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा, ‘‘राज्य में मजबूत नेतृत्व और जनादेश के बावजूद कांग्रेस आगे बढ़ रही है। भाजपा के मुख्यमंत्री को इसका संज्ञान लेना चाहिए।’’ और इसमें कहा गया है, ‘‘मोदी लहर के कारण पार्टी ने लोकसभा में शानदार जीत हासिल की थी, लेकिन इतिहास कहता है कि हवाई गुब्बारे बहुत अधिक समय तक हवा में नहीं रहते।’’ सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल पार्टी ने इसके साथ ही कहा है कि लोगों को नागवार लगने वाली गलतियों का आकलन किए जाने की जरूरत है।
तथा साथ ही इसमें आगे कहा गया है, ‘‘यदि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के समय तैयार किए गए माहौल में अब लोगों का दम घुट रहा है तो यह पता लगाए जाने की जरूरत है कि ऐसी क्या गलतियां हुईं जिससे लोगों को यह परेशानी हो रही है। स्थानीय निकाय चुनाव परिणाम इस बात का संकेत हैं कि महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल खतरे में है।’’ शिवसेना ने यह भी जानना चाहा है कि क्या भाजपा के सत्ता में आने के बाद लोग अब उसके कामों की भी कांग्रेस के कामों से तुलना कर रहे हैं, जिसे लोकसभा और विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था।
‘सामना’ के संपादकीय में लिखा गया है, ‘‘राज्य में घोर सूखा है। सरकार घोषणाओं पर घोषणाएं कर रही है लेकिन किसानों का गला सूख गया है। उनकी समस्याएं केवल घोषणाएं करने से खत्म नहीं होंगी। स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत केवल एक ट्रेलर है, फिल्म तो अभी शुरू होना बाकी है।’’उल्लेखनीय है कि राज्य में रविवार को 345 वार्डों के लिए हुए उपचुनाव और नगर परिषद और नगर पंचायत के चुनावों में 105 वार्डों में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। राकांपा ने 80 और शिवसेना ने 59 सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा को केवल 39 सीटों के साथ चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा।