गोपालगंज के चनावे जेल से भागने की फिराक में थे माओवादी कैदी, योजना हुई विफल
गोपालगंज जिले के थावे स्थित चनावे मंडलकारा जेल में बंद माओवादी कैदियों के जेल से भागने की योजना जेल प्रशासन की सक्रियता के कारण विफल हो गई। माओवादी कैदी जेल में बने अस्पताल के नाला को तोड़ कर भागने की योजना बना रहे थे। इसी बीच जेल प्रशासन को इसकी भनक लग गई।
जेल प्रशासन ने नाले की जांच किया तो वह तीन बाई तीन फीट में टूटा हुआ पाया गया। उसके पास से एक लंबी तथा मजबूत रस्सी भी पाई गई। कैदियों के भागने की योजना को विफल करने के बाद जेल प्रशासन ने जेल में बंद माओवादी कैदियों को अलग अलग खंड में बंद कर दिया। इसके साथ ही जमादार तथा कक्षपाल से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बताया जाता है कि चनावे मंडलकारा के अधीक्षक संदीप कुमार को गुप्त सूचना मिली कि जेल में बंद माओवादी कैदी मुकेश पटेल, गजेंद्र रावत ,शेखर रावत, रमेश पासवान तथा उनके उनके साथी विशाल सिंह और शंभु सिंह जेल के अंदर बने अस्पताल के नाले को तोड़कर भागने की योजना बना रहे हैं।
इस गुप्त सूचना पर जेल प्रशासन सक्रिय हो गया तथा कैदियों के भागने की योजना को विफल कर दिया। इस संबंध में जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया कि अस्पताल के पास बने नाले की जांच की गई तो नाला टूटा हुआ पाया गया। वहां एक मजबूत रस्सी भी पाई गई।
उन्होंने बताया कि नाले के रास्ते से भागने का योजना बन रहे सभी मओवादी बंदियों को अलग अलग खण्डों में डाल दिया गया। उन्हें सख्त निर्देश दिया गया कि किसी भी हालत में अपना खण्ड छोड़कर बाहर नही जाएंगे । उन सभी कैदियों पर एक माह तक मुलाकाती पर रोक लगा दी गई है।
इसके साथ ही इन पर प्राथमिकी दर्ज की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि कार्य में लापरवाही के आरोप में जमादार छेड़ी राम तथा उच्च कक्षपाल प्रहलाद कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है।