गोपालगंज

गोपालगंज: सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटर का दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का हुआ समापन

गोपालगंज जिला स्वास्थ्य समिति के सहयोग से पाथ संस्था द्वारा 15 सितंबर से श्वसन व आपात स्थिति प्रबंधन एवं प्रजनन स्वास्थ्य विषय पर जारी सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटर का दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आज समापन हुआ। इस कार्यक्रम का उदघाटन डॉ के के मिश्रा. जिला अस्पताल, गोपालगंज एवं धीरज कुमार, डीपीएम ने संयुक्त रूप से ने की थी। डीपीएम धीरज कुमार, अनुराग जीतन, डीएमइओ जयंत चौहान, डीपीसी को आशा फैसिलिटेटर ने गुलदस्ता देकर स्वागत किया।

इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला अस्पताल से आये सभी पदाधिकारियों सीएचओ एवं आशा फॅसिलिटेटरों का स्वागत पाथ के संतोष कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि सुदूर इलाकों तक समाज के अंतिम पायदान तक के व्यक्ति को निर्धारित स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने मे सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटर की महती भूमिका है। हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर 12 तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाने का प्रावधान है। इन सेवाओं को सभी मरीजों को मयस्सर कर उन्हें समुचित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में हमारी जवाबदेही है और इसे तभी मुक्कमल कर सकेंगे जब हम अपने दायित्वों का अक्षरशः पालन करेंगे और हमें करना है तभी हम गरीब समुदाय के लोगों का जीवन बचा सकेंगे और स्वस्थ्य समाज का सृजन कर सकते हैं। उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के कार्य व लाभ के बारे में भी बताया श्री संतोष ने कहा कि सामर्थवान व्यक्ति व समुदाय तो अपना इलाज निजी अस्पतालों में करने में सक्षम है लेकिन इलाज की विकट समस्या तो गरीबों के समक्ष है जिन्हें इलाज के लिए पैसे के अभाव में महाजन से सूद पर पैसा लेना पड़ता है और जब वह सूद नहीं लौटा पाते तो उनका जमीन या घर तक बेचना पड़ जाता है।

जिले के कुल 14 जिलों में से आज हथुआ, फुलवरयिा, उचकागांव मोरे, कटेया, विजयीपुर, पंचदेवरी एवं सचौलिया प्रखंडों से आये सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटर ने प्रशिक्षण में भाग लिया जिन्हें पथ संस्था के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य सेवा के विभिन्न पहलुओं मसलन जन आरोग्य समिति के कार्य व गठन की प्रक्रिया, आयुष्मान भारत योजना, प्रजनन प्रणाली आदि विषयों पर विस्तार से बताया पाथ सस्था ने सभी सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटरों को सामान्य आपात स्थितियों पर प्राथमिक उपचार से संबंधित तैयार एक गाइडलाइन भी दिया जो उनके कार्यक्षेत्र में काम करने में काफी सहायक होगी।

श्री धीरज कुमार, डीपीएम ने दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन करने में पाथ संस्था की सराहना की यकीनन स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हैं। कोरोना काल में भी जान हथेली पर लेकर आशा फॅसिलीटेटर ने काम किया है। बहुत लोग कोरोना के मय से त्रस्त होकर मैदान छोड़ दिये थे लेकिन आशा बहनों ने जो भूमिका निभाई है वह काबिले तारीफ है। शुरूआती दौर में कोरोना के टीके लेने से लोगों में भ्रम व्याप्त था, लेकिन आशा फैसिलिटेटर, आशा बहनों की कांउसलिंग का प्रतिफल हुआ कि लोगों में टीका लेने की जागरूकता आई और तादाद में लोग कोरोना के टीकाकरण कराये फलस्वरूप जिले में लगभग 80 फीसदी लोग टीकाकरण करा लिये है। श्री

धीरज ने कहा कि सीएचओं के आने से स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में सुगमता आई है। इनका आशा फैसिलिटेटर एवं आशा के बीच अच्छे समन्वय है लेकिन इनके बीच संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाना होगा, ताकि स्वास्थ्य से संबंधित आवश्यक संचार सबल हो उन्होंने बताया कि जिला के अधिकारी गाव के भ्रमण में सभी जगह हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर खुले हुए पाये और वहां दवाई एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाए उपलब्ध पाई, यह मुमकिन हुआ सीएचओ की उपस्थिति एवं उनके कार्य के प्रति अपनी जवाबदेही रखने से। इसी तरह काम करने पर हम स्वस्थ्य केंद्रों को मजबूत कर सकेंगे।

एमेनी अनुराग कुमार ने कहा कि आशा फैसिलिटेटर अपने आशा वर्करों के बीच समन्वय को मजबूत बनायें। वे आशा वर्कर के कार्य का रिव्यू करते रहे। आशा फैसिलिटेटर को निर्धारित दवाओं की सूची अपने पास रखना होगा और जो दवा खत्म होती हो तो उसे तुरंत मांग करें ताकि दवा हमेशा स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब रहे।

डीपीसी जयंत चौहान ने कहा कि यह ध्यान देने की बात है कि आखिर क्यूँ कुछ ही आशा फेसिलिटेटर या सीएचओ अच्छा काम करती हैं और उनकी सराहना की जाती है जो काम करेगा उसकी तारीफ लाजिमी हैं। उन्होंने कहा कि जन आरोग्य समिति में आशा फॅसिलिटेटर सदस्या बनी है। उन्होंने कहा कि सीएचओ एवं आशा फॅसिलिटेटर को बहुत बड़ी जवाबदेही है उसे बखूबी निभाना होगा तभी हम अपने जिले में स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों को सशक्त बना सकेंगे चाहे वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हो या फिर हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर हो ।

डॉ मकेश्वर प्रसाद के निर्देशानुसार सीएचओ ने आशा फॅसिलिटेटर को नैनक्यून पर CPR देने की जानकारी दी और बताया गया कि बेहोशी की हालत में किसी व्यक्ति को आने पर किस प्रकार CPR देकर उन्हें होश में लाया जा सकता है बड़े लोगों को सीधा लेटा देना चाहिए, हाथों की हथेलियों की अंगुलियों को एक दूसरे से जोड़ कर सीने पर अधिक से अधिक 25 इंच तक दबायें और छोड़ें यह कम 30 बार करना चाहिए। एक मिनट में 100 से 120 बार ऐसा करना चाहिए इससे अधिक नहीं डॉ मंकेश्वर प्रसाद ने साप प बिच्छू एवं कुत्तों के काटने, जलने से बचाव के तत्काल उपचार हाई रिस्क प्रिगनेंसी के बारे में बचाव के बारे में विस्तार से बताया।पाथ संस्था के गूंजन कुमार ने जन आरोग्य समिति के संदर्भ में सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटर को विस्तार से बताया और इस पर आधारित पीपीटी को दिखाया। श्री कुमार ने आशा फॅसिलिटेटर से संचारी, गैर-संचारी एवं पेक्टर जनित रोगों के बारे में बताया और नव दंपत्तियों को किस तरह से सेवा आशा प्रदान करे के बारे में भी बताया। गूजय गौरव ने समुदाय की मिशन परिवार विकारा अभियान में उनके योगदान पर विस्तार से बताया।

पाथ संस्था के राकेश रंजन श्रीवास्तव ने सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटर को प्रशिक्षण से पूर्व श्री टेस्ट एवं प्रशिक्षण के बाद उनके ज्ञान में क्या इजाफा हुआ पर आधारित पोस्ट टेस्ट का आयोजन कराया, जिसमें सामान्य आपात स्थितियों पर प्राथमिक उपचार पर आधारित 15 प्रश्न पूछे गये। धन्यवाद ज्ञापन डीपीसी जयंत ने दिया। उन्होंने बताया कि हम सभी मिलजुल कर काम करेंगे, संचार व समन्वय को सबल बनायेंगे तो स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूती प्रदान कर सकेंगे और निर्धारित सेवाओं का लाभ सभी गरीब समुदाय को प्रदान करने में सफल हो सकेंगे। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने में सीएचओ एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की और पूरी जवाबदेही के साथ काम करते रहने का निर्देश भी दिया। इस कार्यक्रम में पाथ के संतोष कुमार, राकेश रंजन श्रीवास्तव एवं गूंजन गौरव ने भाग लिया।

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