गोपालगंज वासियों के लिए खुशखबरी, गोपालगंज समेत बिहार के 26 जगहों से जल्द शुरू होगी उड़ान सेवा
गोपालगंज समेत राज्य के 26 हवाईअड्डों को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम ‘उड़ान’ का फायदा मिल सकता है। केंद्र सरकार ने कहा कि इन airport से उड़ान योजना के तहत हवाई सेवाएं शुरू करने के लिए एयरलाइंस प्रस्ताव दे सकती हैं। मंगलवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने यह जानकारी दी।
उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत बिहार के 26 हवाईअड्डों को सेवा रहित और कम सेवा वाले हवाई अड्डों की सूची में शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर उड़ान योजना कुछ समय पूर्व शुरू की गई है। उड़ान का मतलब है कि ‘उड़े देश का आम आदमी’ इस योजना के तहत एक घंटे के हवाई सफर का अधिकतम किराया 2500 रुपये तक तय किया गया है।
योजना के तहत सेवा रहित और कम सेवा वाले हवाईअड्डों पर विमान सेवाएं शुरू करने को प्राथमिकता दी जाती है। इसके लिए एयरलाइंस को प्रस्ताव देना होता है। सरकार निविदा के जरिये भी प्रस्ताव मांगती है।
योजना के तहत अब तक 92 हवाईअड्डों के बीच उड़ान सेवा शुरू करने के लिए 43 प्रस्ताव मिल चुके हैं। दिल्ली—शिमला के बीच सेवा शुरू भी हो चुकी है। जिन 92 हवाई अड्डों पर सेवा शुरू करने का प्रस्ताव है, उनमें से 50 हवाईअड्डे ऐसे हैं जहां अभी तक कोई विमान सेवा शुरू नहीं हो पाई थी। जबकि 12 ऐसे हैं जिनमें सेवाएं कम थीं। उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार एयरलाइंस को क्षतिपूर्ति की भरपाई करती है। बिहार के जिन जगहों से सेवा शुरू होगा हथुआ (गोपालगंज), बिहारशरीफ, बिहटा, बक्सर, छपरा, दरभंगा, सहरसा, आरा, बेतिया, बेगूसराय, रक्सौल, पूर्णिया, पंचनपुर (गया), डेहरी, मधुबनी, कुरसेला, भागलपुर, भभुआ, जहानाबाद, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, कटिहार, किशनगंज, जोगबनी, सैफियाबाद (मुंगेर), वीरपुर (सुपौल) है।
पटना एयरपोर्ट निदेशक राजेन्द्र सिंह लहौरिया का कहना है कि पूर्णिया में एयरफोर्स का एयरपोर्ट है वहां छोटा टर्मिनल बिल्डिंग बनाने के लिए एयरफोर्स के एयरपोर्ट पर बात चल रही है। सर्वे किया जा चुका है। गौरतलब है कि बिहार के विभिन्न शहरों को विमान सेवा से जोड़े जाने के लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ केंद्रीय नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने पटना में 14 जुलाई को बैठक की थी। बैठक में क्षेत्रीय संपर्कता उड़ान पर केंद्र और बिहार सरकार के बीच करार हुआ था। बिहार में विमान सेवा से जुड़े मुद्दों पर प्रस्तुतीकरण भी दिया गया था।