गोपालगंज में गंडक नदी के बढ रहे जलस्तर से दियारे में मच सकती है तबाही
जिले के छह प्रखंडों में बलखाती गंडक नदी की धारा दियारे में एक बार फिर तबाही मचाने का संकेत दे रही है. नदी के जलस्तर में आज सुबह थोड़ी गिरावट तो आई लेकिन दोपहर बाद से ही फिर बढ़ोतरी शुरू हो गई है.
बताया गया कि भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित बाल्मीकि नगर बराज द्वारा रविवार की सुबह गंडक नदी में 75500 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. जिससे नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना व्यक्त की जा रही है. उधर डुमरिया घाट महा सेतु के पास नदी का बंद पड़ा मुहाना कई पंचायतों में बाढ़ का पानी ओवरफ्लो करनें का संकेत दे रहा है.
परसौनी पंचायत के ग्रामीणों का कहना है कि नदी का मुहाना खोलने के लिए यहां दो वर्ष पहले पायलट चैनल का निर्माण किया गया था. लेकिन नदी के मुहानें की सफाई नहीं हो सकी, जिससे पिछले वर्ष भी बाढ़ की चपेट में ग्रामीणों को आना पड़ा था. वैसे बाढ़ नियंत्रण विभाग का दावा है कि जितनी मात्रा में बाल्मीकि नगर बराज से पानी गंडक नदी में डिस्चार्ज की जा रही है, उसेसे बाढ़ का कोई खतरा नहीं है. वैसे बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी नदी के जलस्तर और तटबंधों पर लगातार नजर रख रहे हैं. दूसरी तरफ गंडक नदी के जलस्तर में हो रहे उतार-चढ़ाव को लेकर बैकुंठपुर एवं सिधवलिया प्रखंडों के गंडक नदी के गर्भ में बसे हजारों की आबादी की नींद उड़ गई है. बाढ़ की आशंका से हजारों की आबादी सहमी नजर आ रही है. बहरहाल बंगरा घाट में गंडक नदी का जलस्तर रविवार को भी खतरे के निशान से नीचे बताया गया.