गोपालगंज में विश्वास का गला घोंट शादी शुदा युवक ने लड़की के ज़िन्दगी को किया बर्बाद
जिसके सहारे एक युवती ने अपनी माँ-बाप को बेगाना कर अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी उसी ने आज उसका जीना दुस्वार कर दिया है। ये सच्ची कहानी गोपालगंज जिला के कुशहर गांव की है। मोबाइल से हुई बातचीत के जरिये आज एक युवक और एक युवती ने अपनी प्रेम प्रसंग से अपना ही जीवन नहीं तबाह किया है बल्कि दोनो पक्ष के अभिभावक को तबाह कर दिया है।
महमदपुर थाना के कुशहर गांव के सूरज ने अपनी पडोसी गांव के शांति नाम की लड़की से मोबाइल से बातचीत के जरिये सम्बन्ध कर ली। लेकिन सूरज शादी-शुदा और एक बच्चे की बाप है, इसकी भनक लड़की को नहीं थी। इधर शांति कुमारी की शादी उसके परिजनों ने कही और तय कर दी। इस बात की जानकारी होते ही प्रेमी सूरज ने उसके शादी तिथि से एक दिन पहले अपनी प्रेमिका शांति को भगाकर शादी करने के बाद पंजाब लेकर चला गया। जहाँ पति-पत्नी के रूप में दोनों रहने लगे। दो वर्ष के बाद पति ने जल्दी लौटने की आश्वाशन देकर अपने गांव पहली बीबी के पास आ गया। वही पंजाब में इंतजार कर रही शांति ने पति की लौटने में देरी होते देख अपनी ससुराल के लिये चल दी। लेकिन ससुराल पहुचने से पहले ही शांति को उसके पति ने अपने गिरफ्त में कर लिया और उसके पेट में पल रहे बच्चे की सफाई कराने के बाद उसको ससुराल अपने साथ ले जाने की बात कही। उसके दबाव में आकर पत्त्नी ने ऐसा ही किया। लेकिन सबूत मिटते ही पति ने उसे झांसा देकर भाग निकला। पर शांति अपने ससुराल पहुच गई। जहाँ पति की पहली बीबी, सास, ससुर सहित अन्य परिजनों ने इसकी पिटाई कर भगाने का काम किया। अंततः शांति को अपना माँ-बाप अपना घर का ही रास्ता सुझा लेकिन उसके घर पहुचने के बाद उसके माँ-बाप ने भी घर से भगा दिया। ऐसे में बेसहारा बनी शांति ने सहारा ढूढते हुए महिला हेल्प लाइन का दरवाजा खटखटाया। महिला हेल्प लाइन ने नोटिस लेते हुए इस मामले को अपने यहाँ दर्ज करते हुए अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है तथा नोटिस भेजकर उसके पति और ससुर को बुलाया गया है जहाँ पति फरार बताया जाता है। जबकि ससुर ने महिला हेल्प लाइन में उपस्थित होकर घटना को स्वीकार किया है। आज शांति अल्पावास गृह में रह रही है और अपने पति को पाने के इंतजार में कभी अपने ससुर का पैर पकड़ती है तो कभी अधिकारियो का पैर। महिला हेल्प लाइन के अधिकारियो के मुताबिक इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वही शांति अपना पति पाने की इंतेजार में है दूसरी तरफ स्थानीय लोग न्याय के इंतेजार में है।