गोपालगंज सदर अस्पताल में रेवीज सुई को लेकर कांस्टेबल एवं डॉक्टर में हुआ बकझक
गोपालगंज नगर थाना से महज कुछ दूरी पर सदर अस्पताल गोपालगज में आज सुबह करीबन आठ बजे एक बिहार पुलिस कांस्टेबल और एमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर में बिच रेविज़ के इंजेक्शन देनो को लेकर काफ़ी नोक झोक हो गयी.
बताया जाता है की बिहार पुलिस कांस्टेबल के पद पर मीरगंज स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में पदस्थापित कांस्टेबल राहुल कुमार रंजन को कुछ दिन पहले एक पागल कुत्ते ने काट लिया था जिसका ईलाज सदर अस्पताल गोपालगंज में चल रहा था. डॉक्टरों ने रेवीज की पांच सुई राहुल को लिख दिया जिसमें चार रेवीज की सुई कॉन्टेबल ने सदर अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर से पुर्जे पर लिखवा कर सुई लगवा लिया था. आज रेवीज सुई की अतिंम सुई बिहार पुलिस के जवान को देना था जिसके लिए वह सुबह 8 बजे सदर अस्पताल गोपालगंज में पहुँच पहले की तरफ एमरजेंसी वार्ड में पहुँचा. एमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर से जा कर मिला और पहले की भाँती इंजेक्शन के लिए पुर्जा लिखने को कहा. डॉक्टर ने कांस्टेबल को बताया की यह मामला ओ०पी०डी० का है आप वहां जा कर संपर्क करे. कांस्टेबल ने अपने ड्यूटी और छुट्टी की मजबूरी को बताते हुए डॉक्टर से आग्रह किया की वही इंजेक्शन के लिए पर्ची बना दे जैसे पहले चार बार बन चूका है. इस बात पर डॉक्टर ने कांस्टेबल को बोला की हर बार आप पर दया किया गया है इसका मतलब ये नहीं की इस बार भी आप पर दया की जाए. फ़िर क्या था देखते ही देखते दोनों के बिच की तू-तू मैं-मैं काफ़ी बड गयी. मौके पर मौजूद अस्पताल कर्मचारीयों ने दोनों को समझा बुझा कर अलग किया. दोनों ही एक दुसरे पर आरोप लगा रहे थे की उनके साथ दुसरे ने दुर्व्यवहार किया है.
वही फॉल्कन की प्राइवेट कम्पनी की सिक्युरिटी गार्ड मौके पर मुख-दर्शक बनी रही. आप को बता दे की कुछ माह पहले 15 सिक्युरिटी गार्ड की प्राइवेट एनजीओ की तरफ से बहाली की गई थी. इन गार्डो को डॉक्टरों की सुरक्षा के लिये रखा गया है. लेकिन गार्डो के अस्पताल में रहने के बावजूद डॉक्टर अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर पाते है. अभी भी डॉक्टरों की सुरक्षा एक चिंताजनक विषय बनी हुई है.