गोपालगंज में पिछले 22 दिनो से चल रहा जल सत्याग्रह डीएम के आश्वासन के बाद हुवा समाप्त
पिछले 22 दिनों से जिला के कुचायकोट प्रखंड के कालामटिहनिया गांव में गंडक दियारा संघर्ष समिति द्वारा बांध की समस्याओं को लेकर चल रहा जल समाधि सत्याग्रह आंदोलन गोपालगंज डीएम राहुल कुमार के द्वार दिए गए ठोस आश्वासन के बाद ख़त्म हो गया. डीएम राहुल कुमार ने सभी आंदोलन कर्ताओ को जूस पिला कर अनशन को ख़त्म करवाया.
गंडक दियारा संघर्ष समिति को राहुल कुमार ने आश्वासन दिया है की बाँध कार्य जल्द से जल्द शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को टीम आकर कार्यस्थल का सर्वेक्षण करेगी. शनिवार से एंटीइरोजन विधिवत कार्य प्रारंभ कर देगा. पायलट चैनल का कार्य मार्च के अंत में स्थल पर जारी हो जायेगा. बांध के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य हो रहा है, समय सीमा के अंदर सभी कार्यों को निपटा दिया जाएगा.
गौरतलब है की कुचायकोट प्रखंड का यह काला मटिहनिया पंचायत गंडक की भीषण तबाही झेल रहा है. इस पंचायत के कई गांव पहले ही गंडक में विलीन हो गए. अब गंडक की मुख्य धारा कालामटिहनिया के फुलवरिया गाव की तरफ बह रहा है जिसकी वजह से पिछले साल इस इलाके में भीषण तबाही हुई थी. गांव के सैकड़ो एकड़ खेत गंडक में विलीन हो गए और दर्जनों घर, स्कूल, पंचायत भवन सभी पक्का मकान गंडक में बह गए. गंडक दियारा संघर्ष समिति के संयोजंक अनिल कुमार मांझी के मुताबिक गंडक की मुख्य धारा अब गांव के पास से ही बह रही है जिसकी वजह से इस इलाके के कई गांवो में कटाव हो रहा है. इसी कटाव को रोकने के लिए यूपी के अहिरौली दान से लेकर कुचायकोट के सिपाया ढाला तक पायलट चैनल का निर्माण करने के लिए सरकार ने टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है लेकिन अभी तक यहां पायलट चैनल का निर्माण शुरू नहीं किया गया है. अगर जल्द ही पायलट चैनल का निर्माण शुरू नहीं किया जायेगा तो इस इलाके में गंडक से इस साल भी भीषण तबाही होगी.