गोपालगंज में भोजपुरी के सेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर की 129वीं जयंती मनाई गई
गोपालगंज जिला के थावे में शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रांगण में भोजपुरी के सेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर की 129 वीं जयंती समारोह मनाई गई । समारोह की शुरुआत महाविद्यालय की प्राचार्या उषा राय ने दिप प्रज्वलित कर व भिवारी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की । जयंती के शुभ अवसर पर कई कलाकारों द्वारा उनको श्रद्धांजलि देते हुए सांस्कृतिक कर्मक्रम का आयोजन किया ।
भिखारी ठाकुर लोकनाट्य के प्रवर्तक थे। भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री की उपाधि उनके सामाजिक अवदान के लिए दिया। उन्हें राय बहादुर की उपाधि भी दी गयी। प्रख्यात यायावर राहुल सांकृत्यायन ने उन्हें ‘भोजपुरी का अनगढ़ हीरा’ कहा। स्वातंत्रयोत्तर भारत में कायम बाल विवाह, मजदूरों के पलायन, नशा जैसी सामाजिक कुरीतियों पर अपने नाटकों के माध्यम से उन्होंने करारा प्रहार किया। दो दर्जन से ज्यादा नाटकों-रचनाओं का प्रणयन किया। वे न केवल नाटक लिखते थे बल्कि अपनी मंडली के साथ उन नाटकों का मंचन भी करते थे। ‘बिदेसिया’ उनका प्रसिद्ध नाटक है। यह विप्रलंभ शृंगार का बेहतरीन उदाहरण और मजदूरों के पलायन की व्यथा कथा है। प्रसिद्ध नाटककार संजय उपाध्याय भिखारी के‘ बिदेसिया ’ को राष्ट्रीय स्तर पर मंचित कर लोकप्रिय हुए।