गोपालगंज: बेटे के कहने पर सास-ससुर सहित चार लोगों पर गला दबा कर बहु की हत्या का आरोप
गोपालगंज: बेटे के कहने पर सास-ससुर सहित चार लोगों ने मिलकर 35 वर्षीय बहु की गला दबाकर हत्या कर दी है। घटना सोमवार की रात्रि की है। मृतका का नाम शैबुन नेशा उर्फ गुड़िया है। जो विजयीपुर थाना क्षेत्र के चौमुखा गांव की सद्दाम हुसैन की पत्नी है। मृतका के पिता यूपी के कुशीनगर जिला के तुरपट्टी थाना क्षेत्र के तुरपट्टी महुअवा गांव के जमीर अली है। जमीर अली ने थाने में अपनी बेटी की हत्या के आरोप में मृतका के श्वसुर करामात मियां, सास शैलु नेशा देवर रईश तथा रियाजुद्दीन के खिलाफ मिलकर गला दबाकर हत्या कर दिए जाने की प्राथमिकी कराई है।
मृतका के पिता ने बताया है कि उसके अपनी बेटी शैबुन नेशा की शादी चौमुखा गांव के करामत मियां के बड़े लड़के सद्दाम हुसैन के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के साथ निकाह कराया था। जो 2011 में हुआ था। इधर एक साल से सद्दाम हुसैन का अपनी पत्नी के साथ विवाद चल रहा था। कुछ महीना पहले ही वह बाहर चला गया। उसके कहने पर मृतका के श्वसुर करामत सास तथा दो अन्य लोगों ने सोमवार की रात्रि में उसके लड़की शैबुन नेशा उर्फ गुड़िया की गला दबाकर हत्या कर दी। शव को मंगलवार को मायके वालों ने गोपालगंज पोस्टमार्टम कराया। चौमुखा में बुधवार सुबह करामत मियां और ग्रामीणों के साथ मिट्टी दे दिया गया। पुलिस हत्या के आरोप में सास, श्वसुर सहित चार लोगों के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
चौमुखा गांव में जाकर पता किया गया तो मृतका के श्वसुर करामत मियां ने बताया कि उनका लड़का सद्दाम हुसैन अपने पत्नी शैबुन नेशा की छोटी बहन लतिफुन नेशा के साथ शैबुन नेशा के 6 वर्षीय लड़के सोहेब को लेकर बाहर भाग गया है। जबकि सद्दाम और शैबुन नेशा की शादी 2011 में ही हुई थी। मृतका के दो लड़के है। बड़े लड़का का नाम सुहेल है जो 10 साल का है तथा छोटा 6 वर्ष सोहेब है। जो पिता और द्वितीय माता के साथ दो महीना पहले से बाहर चला गया है। करामात मियां के तीन लड़के और एक लड़की है। बड़ा लड़का सद्दाम और दूसरा खुर्शीद तथा तीसरा पप्पू है। तीनों लगभग ढाई महीने पहले से बाहर रहकर मजदूरी करते है।
बताते चले कि शैबुन नेशा ने जुलाई में विजयीपुर थाने में पति के विरुद्ध आवेदन दिया था। जिसने कहा था कि उसका पति उसकी बहन लतीफुन से शादी कर लिया है। दोनों पति-पत्नी में विगत एक साल से विवाद चल रहा था। थाने में समझौता कराया गया था कि दोनों पति-पत्नी है और वह उसकी छोटी बहन है। इसीलिए मिला-जुला कर साथ रहने रहे इसी समझौता के आधार पर पति-पत्नी और सभी परिवार मिलजुल कर एक साथ राजी खुशी रहते थे। इसी बीच सद्दाम अपने साली को लेकर दो माह पहले बाहर चला गया। पति की बेवफाई से तंग आकर पहली पत्नी शैबुन नेशा ने अपनी इहलीला समाप्त कर ली।