गोपालगंज: शुष्क बागवानी योजना के लाभ लेने के लिए 31 तक करें आवेदन, निःशुल्क पौधा होगा उपलब्ध
गोपालगंज: राज्य सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई आधारित शुष्क बागवानी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत कृषि विभाग अनुदान देगा। इससे कम सिंचाई वाले फलदार पौधे लगा सकते हैं। आंवला, बेर, कटहल, जामुन, बेल, अनार, नींबू के पौधे लगाने पर 50 फीसदी अनुदान सरकार देगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान 31 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
बताया गया है कि जिलावार योजना संचालन के लिए किसानों को सेंटर आफ एक्सीलेंस द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। आवेदन की जांच के बाद सभी शर्तों को पूरा करने वाले किसानों को कार्यादेश देते हुए सेंटर आफ एक्सीलेंस, देसरी, वैशाली से फलदार पौधे यानी आंवला, बेर, जामुन, कटहल, बेल, अनार, नींबू एवं मीठा नींबू आदि कृषकों को उपलब्ध कराया जाएगा। फलदार पौधे की अनुदान राशि योजना की राशि से काटकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को उपलब्ध कराया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार, किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा बागवानी फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। बागवानी फसलों से किसान कम भूमि में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। फलों की खेती में किसान एक बार पौधा लगाकर कई वर्षों तक इससे आय प्राप्त कर सकते हैं। बागवानी के महत्व को देखते हुए राज्य सरकारों द्वारा नई-नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं, जिसके तहत प्रोत्साहन स्वरूप किसानों को अनुदान भी दिया जाता है। योजना के तहत उन फलदार पेड़ों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो कम पानी में भी अच्छा उत्पादन देते हैं। किसान योजना के तहत इन पौधों को अपने खेतों की मेड़ पर भी लगा सकते हैं, जिससे किसानों को अतिरिक्त आमदनी भी प्राप्त होगी।
खाली जगह में कर सकते हैं सब्जी की खेती : इस योजना का लाभ उन किसानों को मिलेगा, जो अनिवार्य रूप से ड्रिप सिंचाई संस्थापित किए हों अथवा जिनके द्वारा ड्रिप सिंचाई का संस्थापन का कार्य कराया जा रहा हो। फल पौधों के बीच खाली जगह के लिए इच्छानुसार 7500 सब्जी के पौधे प्रति हेक्टेयर एकीकृत उद्यान विकास योजना से किसानों की मांग के अनुरूप उपलब्ध कराए जाएंगे। शुष्क बागवानी के फलदार पौधों के बढ़ने के पूर्व किसान सब्जी पौधों से आमदनी प्राप्त कर लाभ उठा सकते हैं।
प्रति इकाई 30 हजार मिलेगा अनुदान : मालूम हो कि फलदार पौधों की खेती करने के लिए प्रति इकाई को 30 हजार रुपए अनुदान मिलेंगे। एक हेक्टेयर भूमि में आंवला के 278, बेर के 278, कटहल के 100, जामुन के 156, बेल के 166, अनार के 400, नींबू के 400 और मीठा नींबू के 400 पौधे रोपे जा सकते हैं। योजना के अन्तर्गत सूक्ष्म सिंचाई पद्धति यानी ड्रिप, माइक्रो स्प्रिंकलर, मिनी स्प्रिंकलर लगाने वाले किसानो को कम सिंचाई वाले फलों को लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
आवेदन के लिए लगेंगे ये दस्तावेज : इस योजना के लाभ लेने के लिए किसानों को निम्न दस्तावेज ऑनलाइन करने होंगे। किसान का आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता पासबुक, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, कृषि भूमि के सभी दस्तावेज, चालू मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ आदि।