यूपी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का विचार मंथन कल से इलाहाबाद में शुरू
देश के सर्वाधिक अबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने की रणनीति बनाने हेतु भाजपा नेतृत्व इलाहाबाद में 12 और 13 जून को विचार मंथन करेंगे। प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। विचार मंथन के पीछे मुख्य मकसद केंद्र में मोदी सरकार की विगत दो साल की उपलब्धियों और उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार के कथित भ्रष्टाचार का जोर शोर से प्रचार करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह रविवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का औपचारिक रूप से शुभारंभ करेंगे। इसके बाद अध्यक्षीय भाषण होगा।
कार्यक्रम तय करने के लिए पहले भाजपा के पदाधिकारी बैठक करेंगे। दो दिवसीय सभा में एक राजनीतिक और एक आर्थिक प्रस्ताव पारित होने की संभावना है और बाद में कृषि पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने आईएएनएस से कहा, “अखिलेश यादव के शासन में उत्तर प्रदेश में गुंडाराज है। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल की मिश्रित राजनीति ने प्रदेश को बर्बाद कर दिया है।” उन्होंने कहा, “हम गुंडाराज खत्म करने का आह्वान करेंगे।”
भाजपा का कहना है कि बैठक में बिगड़ रही कानून एवं व्यवस्था, भ्रष्टाचार और उत्तर प्रदेश में कुशासन पर भी चर्चा होगी। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक समाप्त होने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को इलाहाबाद में परिवर्तन रैली को संबोधित करेंगे। भाजपा नेता ने कहा कि विशेष रूप से आर्थिक और कृषि क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जाएगा। शर्मा ने कहा, “वैश्विक मंदी के बावजूद हम 7 प्रतिशत विकास दर हासिल करने में सफल रहे हैं। इसके अतिरिक्त हाल के पांच देशों के दौरे के बाद प्रधानमंत्री मोदी विश्व के नायक के रूप में उभरे हैं।”
इलाहाबाद मंथन में उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए नया आकर्षक नारा इजाद किया जा सकता है। यह हो सकता है, “मेरा देश बदल रहा है, अब उत्तर प्रदेश की बारी है।” मोदी के इलाहाबाद पहुंचने के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू होगी और यह सोमवार तक जारी रहेगी। इन अटकलों के बीच इलाहाबाद में यह बैठक हो रही है कि उत्तर प्रदेश चुनाव में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाएगा।
राजनाथ सिंह ने इस संभावना से इंकार किया है। भाजपा सूत्रों ने कहा कि इस मुद्दे पर इलाहाबाद में चर्चा होने की संभावना नहीं है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 71 सीटें जीत कर एक तरह से अन्य सभी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया था। विधानसभा चुनाव में भी वही गति बनाए रखना और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस राज्य में पुन: सत्ता पाना भाजपा का लक्ष्य है।