गोपालगंज: मासूम बच्चियों ने रखा अपना पहला रोजा तो दुआओं से परिवार वालों ने बढ़ाया हौसला
गोपालगंज: मुस्लिम समाज के पवित्र माह रमजान में रोजा रखने वालों पर अल्लाह की रहमत की बारिश होती है। माना जाता है कि रमजान के माह में अल्लाह हर एक नेकी के बदले कई गुणा नेकियों का सबाब अता फरमाते हैं। रमजान का रोजा बड़ों के साथ-साथ मासूम बच्चे भी रख रहे हैं. शहर के इस्लामिया मोहल्ला निवासी नौखेज़ आलम की पांच साल की बेटी अलीजा परवीन और छः साल की बेटी रूफिया परवीन ने भी रविवार को पहला रोजा रखा।
अलीजा और रूफिया पिछले कई महीने से रमजानुल मुबारक के महीने का बेसब्री से इंतजार कर रही था। रोजा रखने के साथ-साथ अलीजा और रूफिया ने पुरे दिन इबादत भी करती रही। रूफिया ने बताया कि खुदा की खुशनूदी हासिल करने के लिए इस भीषण गर्मी में भूख और प्यास को बर्दाश्त किया। उसके रोजा रखने पर रमजान के महीने घर में खुशी का माहौल है।
वहीं अलीजा और रूफिया के रोजा रखने पर घर में खास पकवान तैयार किए गए। इसके अलावा भी शहर में ऐसे अनेक बच्चे हैं, जिन्होंने जिंदगी का पहला रोजा रखा और दिनभर इबादत भी की। ये बच्चे नमाज पढ़ने के साथ ही कुरआन की तिलावत भी कर रहे हैं।