गोपालगंज: आजादी के 76 साल बाद भी पुल के लिए तरसते लोग, नदी पार कर मंजिल तक पहुंचने को मजबूर
आजादी के 76 साल बाद भी रामपुर भैसही गांव के एक पुल के लिए तरस रहे है। कुचायकोट प्रखंड के रामपुर भैसही गांव के घरघट्टी घाट पर पुल नहीं रहने के कारण नदी के उस पार के करीब आधा दर्जन गांव के हजारों ग्रामीणों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। पुल नहीं बनने के कारण ग्रामीण किसी तरह आवागमन करते हैं। पुल की व्यवस्था नहीं होने के कारण रामपुर भैस गांव के लोगों को कई किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। कई बार प्रसव पीड़िता और बुजुर्गों को मुख्यालय आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इन्हें सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में होती है। इस नदी पर पुल बनाने के लिए ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधि सहित जिला अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला।
बताया कि आजादी के 76 साल बाद भी रामपुर भैसही के घरघट्टी घाट पर पुल का निर्माण नहीं कराया जा सका। ग्रामीणों ने बताया कि पुल नहीं बनने से गांव तक पहुंचने में ग्रामीणों को परेशानी होती है। नदी पर पुल निर्माण को लेकर कई बार जनप्रतिनिधि सहित जिला अधिकारियों को आवेदन देकर गुहार लगाई। उनसे आश्वासन मिला, लेकिन उस पर अमल नहीं हो सका। गांव के लोग सड़क और पुल के जैसी समस्या से जूझ रहे।
गांव के लोग जिला प्रशासन से लंबे समय से पुल बनाने की मांग कर रहे है। यदि पुल का निर्माण हो जाता है, तो आधा दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। पुल नहीं होने से ग्रामीणों को बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी होती है। बारिश के मौसम में नदी में जलस्तर काफी बढ़ जाता है। इससे ग्रामीणों को नदी पार करने में परेशानी होती है। इसकी वजह से ग्रामीणों को कई किलोमीटर का चक्कर लगाकर अपने गांव पहुंचना पड़ता है। वर्तमान में नदी बहाव कम है। इसकी वजह से स्थानीय ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार कर निकल जाते है। बारिश शुरू होते ही लोगों के लिए नदी मुसीबत बन जाती है।