गोपालगंज के भोरे रेफरल अस्पताल परिसर में भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाओं को कचरे में फेका
गोपालगंज के भोरे प्रखंड मुख्यालय में स्थित रेफरल अस्पताल भोरे परिसर में भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाओं के फेंके जाने का मामला सामने आया है। एक्सपायर और अन्य प्रकार की दवाओं के फेंके जाने का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में भी आ गया है। वही इस मामले में डीएम ने भोरे बीडीओ को जांच का निर्देश दिया है। वही डीएम के निर्देश पर भोरे बीडीओ संजय कुमार राय मौके पर पहुँचकर पूरे मामले की जांच की।
बीडीओ की जांच के बाद पता चला है कि सभी एक्सपायरी दवाएं पूर्व मे कोरोना काल में स्कूलों के छात्र-छात्राओं को देने के लिए आई थीं। वहीं अस्पताल के सुरक्षा में तैनात जवानों से बात की तो उन्होंने भी अस्पताल परिसर के अंदर जलाए गए दवा की बात से इनकार किया है।
इस पूरे मामले में अस्पताल में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कर्मियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन से जब भी दवा की मांग की जाती है तब स्टॉक में दवा नहीं होने की बात कर वितरण करने से इंकार कर दिया जाता है। वही बाद में इन्ही दवाओं को अस्पताल परिसर और आसपास में फेक दी जाती है। जिन दवाओं को फेका गया है इसमें भारी मात्रा में महिलाओं को दी जाने वाली आयरन की गोलियां भी है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दावा किया गया गया है को इस अस्पताल में कुल 19 प्रकार की दवाएं फेकी गई है। जो अस्पताल के शौचालय और उसके आसपास के झाड़ियों में बिखरी पड़ी है।
मामले की जांच करने पहुंचे जिला परिषद के उपाध्यक्ष अमित कुमार राय ने बारी बारी से पूरे अस्पताल का मुआयना किया और दवाओं के बारे में जानकारी ली।
वही पदाधिकारियों की रवैया को देखते हुए उन्होंने संबंधित भोरे रेफ़रल अस्पताल के मैनेजर और स्टोरकीपर को जमकर फटकार लगाई। बहरहाल सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का दावा करती हो लेकिन उसके ही कर्मी स्वास्थ सेवाओं को पलीता लगा रहे है।