गोपालगंज सदर अस्पताल के एसएनसीयू में हो रही नवजातों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
गोपालगंज सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में पिछले 24 घण्टे के अंदर तीन नवजात बच्चो की मौत हो चुकी है। मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गई है। वही इस सन्दर्भ में डॉ सौरभ अग्रवाल का कहना है कि काफी क्रिटिकल बच्चो को एनसीयूआई में लाया जाता है जिसे पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकीय सुविधा दी जाती है। लेकिन कई ऐसे बच्चे है जिनकी जान बच जाती है वही कुछ बच्चे को बचा पाना सम्भव नही होता है। हालांकि हमारी टीम बच्चो को बचाने की हर कोशीश करते है।
दरअसल सदर अस्पताल में स्थिति नवजात शिशु ईकाई में वैसे बच्चो को भर्ती किया जाता है जो जन्म से 28 दिन तक का हो। लेकिन शनिवार को तीन बच्चो की ईलाज के दौरान मौत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गई है।माँझा प्रखण्ड के भैषही गांव निवासी मृत नवजात अर्जुन यादव की पत्नी रिंकु देवी ने 22 दिन पूर्व एक पुत्र को जन्म दी थी। जन्म के बाद बच्चे की तबियत खराब हो गई जिसे परिजनों द्वारा निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। लेकिन स्थिति और खराब हो जाने के कारण निजी अस्पताल से सदर अस्पताल रेफर कर दिया जहाँ बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती की गई लेकिन उसकी मौत हो गई। वही बरौली प्रखण्ड के महम्मदपुर निवासी हरेंद्र मिश्रा की पत्नी बेबी देवी ने एक दिन पूर्व एक बच्चे को जन्म दिया। लेकिन आज उसकी मौत हो गई। वही सिधवलिया प्रखण्ड के रमेश सिंह की पत्नी मनीषा ने भी एक लड़की को 22 दिन पूर्व जन्म दी थी लेकिन उसकी भी आज मौत हो गई। एक साथ तीन बच्चो की मौत के बाद परिजनो में कोहराम मची हुई है। इस मामले पर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ सौरभ अग्रावल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि देर रात एक बच्चे की मौत हुई थी और आज एक बच्चा की मौत हुई है। जो भी बच्चा हमारे यहां आया था वह बाहर से ही डिलीवरी होकर आया था। जो काफी क्रिटिकल था। भर्ती एक भी बच्चे की मौत नही हुई है।