गोपालगंज: ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार पर फोकस
गोपालगंज में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के नये वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव तथा उत्पन्न स्थितियों से निपटने की तैयारी की जा रही है। इससे बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। इसी कड़ी में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड -19 के मामलों में वृद्धि के शुरुआती संकेतों के साथ-साथ ओमिक्रोन की बढ़ती पहचान को देखते हुए आवश्यक तैयारी करने की जरूरत है। जिला स्तर पर कोविड-19 से प्रभावित जनसंख्या, भौगोलिक प्रसार, अस्पताल के बुनियादी ढांचे और इसके उपयोग, जनशक्ति, कंटेनमेंट जोन को अधिसूचित करने, कंटेनमेंट जोन की परिधि के प्रवर्तन आदि के संबंध में उभरते आंकड़ों की निरंतर समीक्षा होनी चाहिए। यह जिला स्तर पर ही प्रभावी निर्णय लिया जा सकता है। इस तरह की रणनीति यह सुनिश्चित करती है कि संक्रमण राज्य के अन्य हिस्सों में फैलने से पहले स्थानीय स्तर पर ही समाहित हो जाए। पिछले एक सप्ताह में 10% या उससे अधिक की सकारात्मकता का परीक्षण करें। ऑक्सीजन युक्त और आईसीयू में 40 प्रतिशत या उससे अधिक बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी।
कंटेनमेंट जोन का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें: जारी पत्र में कहा गया है कि रात का कर्फ्यू लगाना, बड़ी सभाओं का सख्त नियमन, विवाह और अंत्येष्टि में संख्या में कमी, कार्यालयों, उद्योगों, सार्वजनिक परिवहन आदि में संख्या सीमित किया जा सकता है। सभी नए समूहों के कोविड सकारात्मक मामलों के मामले में, “कंटेनमेंट जोन” की त्वरित अधिसूचना ”बफर जोन” किया जाए, कंटेनमेंट जोन की परिधि पर मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुसार सख्त नियंत्रण सुनिश्चित किया जाए। सभी क्लस्टर नमूने बिना किसी देरी के जीनोम अनुक्रमण के लिए इंसाकोग लैब्स को भेजे जाने चाहिए।
घर-घर जाकर होगी जांच: आईसीएमआर और एमओएचएफडब्ल्यू के दिशानिर्देशों के अनुसार परीक्षण, घर-घर मामले की खोज, प्रतिदिन किए जा रहे कुल परीक्षणों में आरटीपीसीआर परीक्षणों का सही अनुपात सुनिश्चित किया जायेगा। संपर्क अनुरेखण सभी कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों और उनके समय पर परीक्षण, राज्य निगरानी अधिकारियों (एसएसओएस) और जिला निगरानी अधिकारियों (डीएसओ) द्वारा अपने राज्यों और जिलों में आने वाले अन्तर्राष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी के लिए “एआईआर सुविधा” पोर्टल तक पहुंच का उपयोग किया जायेगा।
ऑक्सीजन और एंबुलेंस की उपलब्धता: बिस्तर क्षमता में वृद्धि, एम्बुलेंस जैसे अन्य लॉजिस्टिक, रोगियों के निर्बाध स्थानांतरण के लिए तंत्र, ऑक्सीजन उपकरणों की उपलब्धता और परिचालन तैयारी, आपातकालीन कोविड प्रतिक्रिया पैकेज (ईसीआरपी-द्वितीय) निधियों के त्वरित उपयोग द्वारा सुनिश्चित की जाने वाली दवाओं का बफर स्टॉक सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। होम आइसोलेशन से गुजर रहे व्यक्तियों के लिए किट, कॉल सेंटरों के माध्यम से उनकी नियमित निगरानी के साथ-साथ घर का दौरा विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने के लिए आने वाले दिनों में एक बहुत ही महत्वपूर्ण गतिविधि होगी कि होम आइसोलेशन के तहत व्यक्ति पर पूरी निगरानी रहे ।
कोविड टीकाकरण शत-प्रतिशत कराने का निर्देश: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड का टीका आवश्यक है। ओमिक्रोन से बचाव के लिए भी यह आवश्यक है। इसलिए शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने का निर्देश दिया गया है। टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत घर-घर दस्तक अभियान को निरंतर जारी रखना है। छूटे हुए पहली और दूसरी खुराक के पात्र लाभार्थियों का त्वरित तरीके से शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करें। उन जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जहां पहली और दूसरी खुराक का कवरेज राष्ट्रीय औसत से कम है। घर-घर जाकर टीकाकरण अभियान को मजबूत करने की जरूरत है।