गोपालगंज एसपी आनंद कुमार ने अधिवक्ता राजेश पांडे हत्याकांड मामले में एसआईटी का किया गठन
गोपालगंज में सिविल कोर्ट के अधिवक्ता राजेश पांडे हत्याकांड मामले में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यह प्राथमिकी मृतक अधिवक्ता के परिजनों के द्वारा कुचायकोट थाने में की गई है। वही हत्या के बाद आक्रोशित अधिवक्ताओं ने दूसरे दिन भी गोपालगंज सिविल कोर्ट में न्यायालय कार्य का बहिष्कार किया और वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। वकीलों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से गोपालगंज में न्यायालय का कार्य ठप हो गया है।
दरअसल कल मंगलवार को दिन दहाड़े सिविल कोर्ट के वकील राजेश पांडे की कुचायकोट के बेलबनवा गांव के समीप बाइक सवार अपराधियों के द्वारा गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के बाद से ही गोपालगंज के वकील न्यायालय कार्य का बहिष्कार कर हड़ताल पर हैं।
एसपी आनंद कुमार ने कहा कि वकील राजेश पांडे की हत्या को लेकर पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है। एसपी ने कहा कि इस मामले में सदर एसडीपीओ संजीव कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस हत्याकांड से जुड़े सभी पहलुओं पर गहराई से जांच कर रही है। जिसमें शराब माफियाओं का भी जिक्र किया गया है।
दरअसल अज्ञात सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजेश पांडे से शराब मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों के रिहाई को लेकर कोर्ट में विरोध कर रहे थे। जिसके बाद ही शराब माफियाओं के द्वारा यह कार्रवाई की गई होगी। एसपी आनंद कुमार ने कहा कि इस वारदात से शराब का माफियाओं के जुड़े होने से इनकार नहीं किया जा सकता। पुलिस इस एंगल को भी जोड़ कर हत्याकांड का खुलासा करने का प्रयास कर रही है।
वही अधिवक्ता संघ के वकीलों ने कहा कि राजेश गिरी की हत्या के बाद मृतक के आश्रितों को एक करोड़ का मुआवजा मिले। वकीलों ने सुरक्षा को लेकर भी जिला प्रशासन से गुहार लगाई है।
बता दें कि गोपालगंज में अब तक 5 वकीलों की हत्या की जा चुकी है। जिसमें वर्ष 2015 में गोपालगंज नगर थाना के हरियापुर के पास सीनियर अधिवक्ता त्रिपुरारी शरण शर्मा की गोलियों से भून कर दिनदहाड़े हत्या हुई थी। इसके बाद वर्ष 2019 में कटेया में वकील राजेश गिरी की हत्या की गई थी। नगर थाना के राजेंद्र बस स्टैंड में भी अधिवक्ता सुमन वर्णवाल की 2020 में गोली से हत्या हुई थी। इस हत्याकांड के बाद थावे थाना के बेदुटोला के पास नवीन कुमार को गोलियों से भून दिया गया था। जिससे उनकी मौत हो गई थी।