गोपालगंज: जहरीली शराब से हुई मौतों की जिम्मेदार पूरी तरह सरकार, मद्द निषेध मंत्री को करे बर्खास्त
गोपालगंज में जहरीली शराब मामले में भाकपा-माले ने अपनी जांच टीम भेजी थी। इसमें भाकपा माले के जिला सचिव इंद्रजीत चौरसिया, जिला कमिटी सदस्य विद्या प्रसाद, सुरेन्द्र यादव, राम इकबाल साह, शैलेन्द्र राम ने घटना स्थल पर जाकर जायजा लिया और पूरी जानकारी दी। इन सबों ने घटना के लिए नीतीश सरकार और डीएम, एसपी को जिम्मेदार ठहराया और दोनों पर कार्रवाई की मांग की है।
जांच टीम ने कहा की जहरीली शराब से दलित-गरीबों की मौत राज्य में एक सामान्य घटना बन गई है। हमने सरकार को बारंबार कहा है कि राजनेता-प्रशासन व शराब माफिया गठजोड़ के सरंक्षण में यह जहरीली शराब बनाया जा रहा है, लेकिन सरकार ने इस सच से मुंह छुपाया है। और यही वजह है कि दीवाली के दिन गोपालगंज व चंपारण में अब तक लगभग 35 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें अधिकांश गरीब समुदाय के लोग हैं। इसलिए इसकी पूरी जवाबदेही सरकार की बनती है।
टीम ने कहा की वर्ष 2021 के शुरू में ही मद्य निषेध मंत्री के क्षेत्र विजयीपुर ब्लाक में पांच लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई थी। हमारी पार्टी नीतीश कुमार से मांग करती है कि मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार को तत्काल बर्खास्त किया जाए और जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को 20 लाख का मुआवजा दिया जाए। इसके लिए सरकार अपनी नीतियों में बदलाव करे।