गोपालगंज में अपराधियों के हौसले बुलंद, बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े दुकानदार को मारी गोली
गोपालगंज के कटेया थाना क्षेत्र के नेउरी में गुमटी से तेल भरे गैलन लेकर भाग रहे बाइक सवार तीन बदमाशों का पीछा करने पर अपराधियों द्वारा दुकानदार को गोली मारने का मामला प्रकाश में आया है। जहां दुकानदार को गोली लगने से घटनास्थल पर मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते हीं पुलिस ने इलाके की नाकेबंदी कर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के नेउरी गांव निवासी स्व राजदेव यादव का 18 वर्षीय पुत्र मंटू यादव का नेउरी में दुकान है। जहां वह गैलन में पेट्रोल रखकर बेचता था। सोमवार को मंटू यादव अपने दुकान पर बैठा हुआ था। तभी अपाची बाइक पर सवार तीन अपराधी आए और पेट्रोल भरने के लिए बोले। मंटू यादव पेट्रोल भरने के लिए लीटर लाने के लिए बगल में गया तभी बाइक सवार अपराधी दुकान के आगे तेल से भरे गैलन को लेकर समउर की तरफ भागने लगे। मंटू यादव अपने पड़ोसी का बाइक लेकर उनका पीछा करने लगा जहां वह गौरा पोखरा के समीप बाइक सवार अपराधियों को पकड़ लिया। कहासुनी के क्रम में अपराधियों ने दुकानदार को गोली मार दी। इसी बीच दुकानदार के घरवालों के द्वारा हो हल्ला करने पर गांव वाले भी बाइक से अपराधियों का पीछा करने लगे। जब वे गौरा पोखरा के समीप पहुचें तो मंटू यादव को गोली मार दी गई थी। जिससे दुकानदार वहीं मृत अवस्था में पड़ा हुआ था।
ग्रामीणों ने इस घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी। घटना की सूचना मिलते हीं कटेया थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।पुलिस एवं ग्रामीणों के सहयोग से शव को रेफरल अस्पताल कटेया लाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। रेफरल अस्पताल परिसर में ग्रामीण अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए हंगामा शुरू कर दिया।
मृतक अपने पांच भाइयों में सबसे छोटा था।उसके मौत से परिजनों के साथ ही पूरे गांव में कोहराम मच गया और क्षेत्र में दहशत भी।घटना के बाद हथुआ एसडीपीओ के नेतृत्व में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्र की नाकेबंदी कर ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।
वहीं माले नेता जितेंद्र पासवान के नेतृत्व में ग्रामीण शव को कटेया शिव मंदिर चौक पर रखकर अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी एवं मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे गए। मामले की जानकारी होते ही अंचलाधिकारी प्रियंका सिंह मौके पर पहुँचकर मुआवजे की राशी 20 हजार रुपये देने की बात सुनते ही लोग आक्रोशित हो गए। जिससे अंचलाधिकारी को बैरंग वापस लौटना पड़ा। थानाध्यक्ष सुमन कुमार मिश्र एवं मिरगंज इंस्पेक्टर आक्रोशित लोगों को मनाने में लगें थे। ग्रामीण मौके पर डीएम एवं एसपी को बुलाने पर अड़े हुए थे। हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने आश्वासन दिया कि पुलिस अपना काम कर रही है। अपराधी जो भी है बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद लोग धरने से हटे। जिसके बाद देर शाम को काफी मशक्कत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज भेजा गया।