गोपालगंज: गंडक में आई उफान, खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है पानी, दर्जनों गांव में घुसा पानी
गोपालगंज: नेपाल के बाल्मीकि नगर बराज से छोड़े गए पानी से गंडक में आई उफान के कारण खतरे के निशान ऊपर पानी बहने के वजह से मांझा प्रखण्ड के गौसिया, भैषही, निमोईया, पुरैना सहित चार पंचायतो के मुंगरहा, निमोईया, बुझी रावत के टोला, मथुरा साह के टोला, जगदीश सहनी के टोला, भैषही दुसाद टोली, हरिजन टोला, मलाही टोला हरिहर राय के टोला गौसिया वृति तोला, मंगल मोड़, ललन मोड़ केरावनिया विशुनपुरा सहित दर्जनों गांव के हजारो परिवार बाढ़ की पानी से घिरा हुआ है।
ये हजारो परिवार सारण तटबन्ध गंडक नदी के निचले भाग में बसे हुए है। इस साल लगातार हो रही वारिश के वजह से ये हजारो परिवार तीसरी बार बाढ़ का सामना कर रहे है। घर मे पानी घुसने के चलते राशन और जलवान सभी समान बर्बाद हो गए है। जिससे ये लोग अपने की व्यवस्था भी नही कर पा रहे है। अपने बच्चे और परिवार तथा मवेशी को लेकर बांध पर कुछ लोग शरण लिए हुए है। तीन तीन बार बाढ़ की सामना कर रहे लोगो को आज तक किसी प्रकार के सरकारी सहायता मुहैया नही कराने के कारण बाढ़ पीड़ित प्रशासन और सरकार के प्रति आक्रोशित है।
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि लगातार तीन-तीन बार बाढ़ आने के वहज से फसल बरबाद हो गए। घर के राशन बर्बाद हो गए। इस विकट परिस्थिति में सरकार के द्वारा किसी प्रकार राहत वितरण नही करना बाढ़ पीड़ितों के साथ खेलवाड़ किया जा रहा है। न सरकार द्वारा मदद की जा रही है और ना ही जन प्रतिनिधि मद कर रहे है ।जब चुनावआता है तो नेताओ को जनता की दुख दर्द याद आने लगता है और चुनाव बितजाने के बाद जनता की दुख दर्द से कुछ भी लेना देना नही रहता है इस विकट परिस्थिति में कोई पूछने वाला नही है जिसके चलते व्याकुल बाढ़ पीड़ित प्रशासन के विरुद्ध आवाज उठाने और जन प्रतिनिधि को दरवाजे से भगाने के लिए विवश हो जाते है।