गोपालगंज

गोपालगंज: बदलते मौसम में वायरल बीमारियों से बचें, बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं करें दवा का सेवन

गोपालगंज: कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है| इधर, मौसमी बीमारियों की समस्या होने लगी है। बारिश थमने के बाद से ही तीखी धूप और उमस ने परेशानी बढ़ा दी है। इसका सेहत पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है। जुलाई के मौसम में भीषण गर्मी और देर रात मौसम नम होने के चलते लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। मौसम में हो रहे बदलाव के चलते गले में संक्रमण, खांसी, जुकाम, बुखार और बदन दर्द के मरीज बढ़ गए हैं। मौसम के गर्म चाल से लोगों का हाल बेहाल है। सर्दी-जुखाम, फीवर, गला जकड़न के साथ बदन दर्द से ग्रसित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अस्पताल में बच्चों से लेकर बड़े तक मौसमी बीमारियों की चपेट में तेजी से आ रहे हैं। सदर अस्पताल के ओपीडी में अधिक मरीज वायरल बीमारी से पीड़ित आ रहे हैं। ओपीडी में मरीजों को बेहतर सेवा मुहैया करायी जा रही है। इसके साथ हीं आवश्यक दवाओं का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है।

सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो का कहना है कि बरसात के कारण जमा होने वाले पानी में मच्छर पनपते हैं। जरा सी लापरवाही पर यह मच्छर ही गंभीर बीमारियों को जन्म देते हैं। बताया कि बीमार होने पर लोग घरेलू उपचार कर राहत लेने का प्रयास करते हैं, लेकिन बाद में यह विकराल रूप ले लेता है। जिससे स्वास्थ्य के साथ-साथ समय का नुकसान उठाना पड़ता है। बीमार होने या फिर शरीर में किसी तरह की परेशानी होने पर बिना चिकित्सक की सलाह के दवा का सेवन न करें।

जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. हरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि सर्दी-खांसी, डेंगू-मलेरिया, चिकनगुनिया इस मौसम में होना आम है और इनका सीधा संबंध कोरोना से नहीं है पर सावधानी रखना जरूरी है। सावधानी अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने के लिए रखनी होगी। जब भी कोई रोग होता है तो रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और उससे कोरोना या अन्य संक्रमण के होने का अंदेशा बढ़ जाता है।

गंदगी और जलभराव के कारण मच्छर तेजी के साथ पनपते हैं, जिससे मलेरिया, डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू मादा एडीज इजिप्टी नामक मच्छर से फैलता है। इसमें तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जी मिचलाना और उल्टी आना, जोड़ों और मांसपेशियों में ऐंठन और अकड़न, त्वचा पर चक्कते उभरना, शारीरिक कमजोरी एवं थकान आदि के लक्षण होते हैं। यह लक्षण पाए जाने पर तत्काल चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।

इस मौसम में ऐसे करें बचाव :

• खुद को हाइड्रेटेड रखें और ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें।
• गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचें और साधारण रंग के सूती कपड़ों का इस्तेमाल करें।
• सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
• ब्लीचिग पाउडर जल स्रोतों में डालें और चूना पाउडर का छिड़काव करें।
• सभी रुके हुए जल संग्रहण के स्थानों पर कीटनाशक का छिड़काव करें।
• घरों के आसपास अनावश्यक पानी रुकने न दें।
• घर के कूलर में पानी न रखें और नियमित सफाई करें।
• मच्छररोधी दवा का छिड़काव करें और सरकारी सभी सहायता का उपयोग करें।

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