गोपालगंज में माझा प्रखंड के स्टेट फूड कॉरपोरेशन के कोइनी गोदाम से सप्लाई किया गया घटिया चावल
गोपालगंज: लॉकडाउन के दौरान गरीबों को 2 महीने का मुफ्त अनाज देने की घोषणा की गई थी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और मुख्यमंत्री के द्वारा भी गरीबों को मुफ्त में अनाज देने की योजना बनाई गई थी। इस योजना के तहत गोपालगंज में माझा प्रखंड के स्टेट फूड कॉरपोरेशन के कोइनी गोदाम से इस कदर घटिया चावल का सप्लाई किया गया है। जिसे कोई भी आदमी लेने को तैयार नहीं है। वही इस घटिया अनाज को लेकर सदर अनुमंडल के दर्जनों डीलर पसोपेश में है कि आखिर इस अनाज को करे तो क्या करें।
बैकुंठपुर के पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने सिधवलिया प्रखंड के मोहम्मदपुर में पहुंचकर एक डीलर के यहां रखे गोदाम में अनाज की जांच की। मंजीत सिंह ने खराब चावल दिखाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और मुख्यमंत्री के द्वारा कोरोना काल में गरीबों को मुफ्त में अन्य देने की घोषणा की गई थी। इसी के तहत कोईनी स्थित खाद्यान्न गोदाम से डीलरों को घटिया अनाज सप्लाई किया गया था। सप्लाई किया गया चावल इस कदर सड़ा गला और गंदा है। जिसे इंसान तो क्या कोई जानवर भी खाने के लिए तैयार नहीं है।
मंजीत सिंह ने गोदाम में सड़े गले अनाज को लेकर एक वीडियो भी शेयर किया। जिसमें काले और गंदे चावल और चावल की टुकड़ी वाले मटमैले अनाज दिखाए गए।
मोहम्मदपुर के डीलर वीर बहादुर ओझा ने बताया कि एसएफसी गोदाम कोइनी के मैनेजर के द्वारा उन्हें इस कदर घटिया और सड़ा गला अनाज भेज दिया गया है। जिसे कोई भी ग्राहक लेने को तैयार नहीं है। इस अनाज को गरीबों के बीच में वितरण करना था। लेकिन यह चावल इस तरह खराब है कि कोई मुफ्त में भी लेने को तैयार नहीं है। इसके साथ ही डीलरों ने कम अनाज देने का आरोप लगाया है।
इसी प्रखंड के डीलर रंजय कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें 22 मई को अनाज दिया गया था। इतना घटिया और सड़ा अनाज को लेकर सिधवलिया के प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को शिकायत भी की गई थी। जिसका जांच के बाद भी कोई कारवाई नही हुई है।