गोपालगंज: दूसरे राज्यो से सड़क के रास्ते घर वापस लौट रहे लोगो की जांच के लिए नही है कोई व्यवस्था
गोपालगंज में कोरोना के रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। जिला प्रशासन ने भी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। और जिले में करीब 3000 लोगों की प्रतिदिन कोरोना की टेस्टिंग की जा रही है। जिले में अब तक 600 से ज्यादा कोरोना के नए एक्टिव केस सामने आ गए हैं। इसके बाद भी जिला प्रशासन के द्वारा दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की कोरोना की कोई टेस्टिंग की व्यवस्था नहीं की गई है।
गोपालगंज में यूपी, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से सैकड़ों बसे शहर में पहुंच रही हैं। गोपालगंज के रास्ते हजारो लोग रोजाना इन बसों पर सवार होकर घर वापस लौट रहे हैं। लेकिन बिहार की सीमा में प्रवेश करते ही ऐसे लोगों की कोरोना की जांच की कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई है। जिसकी वजह से कोरोना के संक्रमण का खतरा एकबार फिर बढ़ गया है।
शहर के बंजारी चौक के पास रोजाना सैकड़ों गाड़ियां पहुंच रही हैं। सैकड़ों लोग घर वापस लौट लौट रहे हैं। लेकिन लोगों की जांच के लिए कोई स्टॉल नहीं लगाया गया है। कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जो एक चिंता का विषय बना हुआ है। दिल्ली से वापस लौट रहे मजदूरों के मुताबिक बिहार में कहीं भी उनका जांच नही किया गया है। बसों संचालकों के द्वारा भी 50 फीसदी सवारी बैठाने के फार्मूले का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। लेकिन अफ़सोस की बात है की दिल्ली से बस गोपालगंज पहुँच गयी लेकिन कही भी इस फार्मूला का चेकिंग नहीं किया गया।