गोपालगंज: बरौली में सराफरा से सिवान जाने वाली मुख्य सडक पर बाढ़ के पानी का बहाव हुआ तेज़
गोपालगंज में गंडक के जल स्तर बढ़ जाने के कारण जहा सैकड़ों गाँव बाढ़ के चपेट में आ गया है। वही फिर एक बार जिले में दो जगह बरौली के देवापुर और बैकुंठपुर के पकहा में सारण बाँध टूटने से आई बाढ़ ने बाढ़ पीडितो के बीच तबाही मचा दी है। यहाँ सबसे ज्यादा तबाही बरौली प्रखंड में हुई है। तेजी से बाढ़ का पानी गांव में फ़ैल रहा है। बीते 23 जुलाई को 11 जगहों पर सारण बांध और रिंग बांध टुटा था। जिसमे सबसे ज्यादा बाढ़ से तबाही बरौली, मांझा, सिध्वलीय और बैकुंठपुर में हुयी थी। लेकिन अभी पहले से आई बाढ़ के पानी से बाढ़ पीडितो की परेशानी अभी दूर भी नही हुआ थी कि दुबारा आई बाढ़ ने बाढ़ पीडितो की मुश्किलें और भी बढ़ा दी है।
बरौली के देवापुर में बाँध के टूटने के बाद सबसे पहले बाढ़ का पानी बरौली प्रखंड के देवापुर, पचरुखिया, नवादा, सिसई सहित कई पंचायतो में तेजी से घुस रहा है। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर बरौली नगर पंचायत के सभी वार्डो में पड़ा है। लोगो का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। यहाँ सराफरा से सिवान को जाने वाली मुख्य सडक पर बाढ़ के पानी का बहाव तेजी से हो रहा है और लोग जान जोखिम में डाल कर एक जगह से दुसरे जगह आ जा रहे है। सबसे ज्यादा परेशानी बच्चो, बुजर्गो को है जो बाइक से इस पानी भरे रास्ते में चलने को विवश है।
बाढ़ पीडितो के मुताबिक उन्हें कोई भी जरुरी काम निबटाने के लिए ऐसे ही जान जोखिम में डाल कर अपना काम निपटाना पड़ रहा है। बाढ़ पीडितो की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर नेता या अधिकारी भले ही चुनाव की तैयारी में जुट गए हो। लेकिन इन बाढ़ पीडितो को देखने वाला कोई नही है।