गोपालगंज में बाढ़ से अभी कम नहीं हुई है परेशानी, अभी भी लोग दुसरे के घरो में रहने को मजबूर
गोपालगंज में बाढ़ से परेशानी अभी कम नहीं हुआ है। गंडक के जलस्तर में भारी कमी आई है। बाढ़ प्रभावित इलाके में बाढ़ का पानी उतरने लगा है। जिसकी वजह से लोग अब अपने घरो को वापस लौट रहे है। लेकिन बैकुंठपुर के हमीदपुर पंचायत के सोनवालिया में अभी भी लोग दुसरे के घरो में रहने को मजबूर है। यहाँ बाढ़ पीड़ित एक ही छत पर कई दिनों से शरण लिए हुए है। सबसे बड़ी विडंबना है की सोनवालिया के मुन्ना यादव के जिस घर की छत पर तीन परिवार एक महीने से शरण लिए हुए है। उस घर की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है। बाढ़ की वजह से यह घर भी जर्जर हो चुका है। यहाँ एक छोटे से छत पर तीन प्लास्टिक का चादर तानकर तीन अलग अलग परिवार के सदस्य रहने को मजबूर है। एक ही छत पर कई महिलाये कभी बुरी परिस्थिति में खाना बनाती है। यहाँ घर की छत पर बाढ़ पीड़ित रह रहे है। जबकि घर की सीढ़ी पर मवेशी ऐसे ही छोटी सी जगह पर रखे गए है।
सोनवालिया गाँव की रहने वाली सभा देवी के मुताबिक वे पिछले एक महीने से बाढ़ से घिरी हुई है। उन्हें अभी तक किसी भी तरह की सरकारी मदद नहीं मिली है। कोई मुखिया या जन प्रतिनिधि या अधिकारी उनसे मिलने नहीं आया। वे लोग खाए बिना मर रहे है। लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
हमीदपुर पंचायत एक वार्ड सदस्य के प्रतिनिधि अजित कुमार के मुताबिक उन्हें अभी तक सरकार की तरफ से सिर्फ थोड़ी से मदद मिली है। उन्होंने 6 हजार रूपये की सूचि जिला प्रशासन को सौप दी है। लेकिन अभी तक कोई राशि नहीं मिली है। उनलोगों से मिलने के लिए कोई नहीं आया है। वे कई बार जनप्रतिनिधियो से मिलने भी गए। लेकिन उन्हें दौड़ाकर सिर्फ आश्वासन देकर छोड़ दिया गया।
आप को बता दे की बैकुंठपुर का हमीदपुर पंचायत बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। जिले में अभी तक बाढ़ से 4 लाख की आबादी प्रभावित हुई है।