गोपालगंज: धूमधाम से मनाया जा रहा है तीज व्रत, महिलाओं ने पति के लम्बी आयु के लिए रखा व्रत
गोपलगंज में धूमधाम से तीज ब्रत मनाया जा रहा है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज व्रत रखा जाता है। यह व्रत करवा चौथ व्रत की तरह ही होता है। इस व्रत में भी महिलाएं निर्जला रहकर पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। बस इस व्रत में एक पूरे दिन निर्जला रहा जाता है। अगले दिन ही सुबह व्रत का पारण करने के बाद व्रत पूरा होता है।
इस व्रत में पूरे दिन भगवान शंकर और पार्वती के भजन कीर्तन कर उनका स्मरण किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस व्रत में रात भर भगवान के नाम का स्मरण किया जाता है। कन्याएं भी अच्छे पति की प्राप्ति के लिए इस व्रत को रखती हैं। इस दिन व्रती को सोना नहीं चाहिए। यही वजह है कि इस व्रत को कठिन माना जाता है। व्रत दो तरह से रखा जाता है, पहला निर्जला और दूसरा फलाहारी। फलाहारी व्रत में महिलाएं फल का सेवन कर सकती हैं।
21 अगस्त को सुबह 5 बजकर 54 मिनट से 8 बजकर 30 मिनट तक का मुहूर्त है। तालिका तीज व्रत प्रदोषकाल में किया जाता है। दिन और रात के मिलन के समय को प्रदोषकाल कहा जाता है। वहीं प्रदोष काल में शाम 6 बजकर 54 मिनट से रात 9 बजकर 6 मिनट तक मुहूर्त है। घर में ही मिट्टी या बालू की भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा बनाकर उनकी पूजा की जाती है। इसके साथ ही सोलह शृंगार की सामग्री मां पार्वती को अर्पण कर अखंड सुहाग की कामना की जाती है। इसके साथ ही हरतालिका तीज व्रत कथा को भी सुना जाता है। माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने को लेकर कठिन तपस्या की थी। मां पार्वती के कठिन तपस्या से खुश होकर भगवान शंकर ने मां पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। जिसको को लेकर तीज ब्रत किया जाता है।