गोपालगंज: भाई-बहन के अटूट बंधन का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
गोपालगंज: कोरोना महामारी के बीच भाई-बहन के अटूट बंधन का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार पूरे जिले में हर्षोल्लास व सादगी के साथ मनाया गया। रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य होता है। रक्षाबंधन के दिन बहनें भगवान से अपने भाइयों की तरक्की के लिए भगवान से प्रार्थना करती है, रक्षाबंधन के दिन भाई अपने बहन को राखी बांधने के बदले उपहार देते हैं।
जिले भर में रक्षाबंधन को लेकर राखी की दुकानें मिठाइयों की दुकानें तथा उपहार की दुकानें भी खुली रही। गांव से लेकर शहर तक बहन अपने भाइयों के घर जाकर राखी बांधने में व्यस्त रहे।
आप को बता दे कि रक्षाबंधन का मतलब अनेक है। वैसे इस पर्व का संबंध रक्षा से है जो भी आपकी रक्षा करने वाला है उसके प्रति आभार दर्शाने के लिए आप उसे रक्षा सूत्र बांधने सकते हैं। मान्यता के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने रक्षा सूत्र के विषय में धर्मराज युधिष्ठिर से कहा था कि रक्षाबंधन का त्यौहार अपनी सेना के साथ मनाएं इससे पांडवों एवं उनकी सेना की रक्षा होगी, श्री कृष्ण ने यह भी कहा था कि रक्षा सूत्र में अदभुत शक्ति होती है रक्षाबंधन से संबंध इस प्रकार की अनेकों कथाएं प्रचलित है।
आज रक्षाबंधन के मौके पर मास्क भी कई जगह गिफ़्ट में भाई ने बहन को दिए। रक्षाबंधन का पर्व भाई के कलाई पर बहन राखी बांधकर इस रिश्ते को और भी मजबूत का भगवान से पार्थना करती हैं एवं भाई भी बहन के रक्षा के लिए रेशम का धागा बंधवाकर रक्षा की शपथ लेता हैं। इस मौके पर छोटे छोटे बच्चों ने भी अपने भाइयों के कलाई पर राखी बांधते हुए दिखे जो और भी इस राखी को सुंदर बना दिया। बड़ो के साथ साथ छोटे बच्चों में भी अच्छी खासी उत्साह दिखा।