गोपालगंज: कोरोना पर लगाम लगाने में सामाजिक दूरी ही कारगर हथिया, बेवजह घरों से बाहर निकले
गोपालगंज: कोविड-19 संक्रमण तेजी से फैल रहा हैं। ऐसे में बिहार में लॉक डाउन लागू किया गया है। सरकार और प्रशासन की ओर से इस महामारी को रोकने के लिए लगातार जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
सिविल सर्जन डॉ टीएन सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा इस जानलेवा वायरस से बचाव का सबसे आसान तरीका सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक दूरी है। यही वजह है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सोशल डिस्टेंस की सलाह दी है। लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगह से दूर रहने को कहा गया है। साथ ही किसी से मिलते वक्त कम से कम एक दूसरे से 6 फीट की दूरी बेहद जरूरी है। उन्होने लोगों से अपील की है कि बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलें। ज्यादा जरूरी होने पर हीं अस्पताल आयें। घरों पर रहकर कोरोना से बचाव के लिए बताये गये नियमों का पालन करें। साथ ही उन्होंने कहा कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन सी विटामिन डी तथा जिंक का सेवन बहुत जरूरी है। इसके लिए फल दूध संतरा नींबू आदि का सेवन किया जाना चाहिए। कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए मास्क का उपयोग बेहद जरूरी है। घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें। कपड़ों से बने मास का उपयोग कारगर साबित होगा।
कोरोना पर लगाम के लिए सोशल डिस्टेंस है जरूरी: सोशल डिस्टेंस का सामान्य अर्थ लोगों से दूरी बनाए रखना है। अगर बाहर जाते हैं तो लोगों से कम से कम 6 फीट की दूरी बेहद जरूरी है। कोरोना से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय शुरू से ही लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने की अपील करता रहा है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि भीड़ में यह पता नहीं होता कि कौन इस खतरनाक वायरस से संक्रमित है। अगर किसी को इसका संक्रमण होगा तो दूसरे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। इस स्थिति में संक्रमण बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है।सोशल डिस्टेंस का सीधा मकसद यही है कि इस महामारी को बढ़ने से रोकना। अगर ऐसा करने में सफल होते हैं तो इससे स्वास्थ्य प्रणाली पर बोझ कम पड़ेगा। सोशल डिस्टेंस इस बीमारी को रोकने से ज्यादा इसके बढ़ने की दर को कम करने का साधन है, जिससे लोग ज्यादा बीमार नहीं पड़ें। इंफेक्शन कम फैले और बीमारी थम जाए, इसलिए एक-दूसरे से संपर्क में आने से बचने की निरंतर सलाह दी जा रही है।
सर्दी-जुकाम से पीड़ित लोगों से दूरी रखें: अगर किसी को सर्दी-जुकाम या फिर खांसी की समस्या है तो ऐसे लोगों करीब जाने से परहेज करना चाहिए। इसके साथ ही किसी भीड़ वाली जगह पर कम से कम लोगों से 6 फीट की दूरी जरूरी है।
कोरोना के लक्षण महसूस हों तो जांच कराएं: इसके साथ ही अगर किसी को भी लगता है कि उन्हें कोरोना वायरस के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो जरूरी है कि वो एक बार अपनी जांच जरूरी कराएं। कोरोना वायरस का संक्रमण तभी कम होगा जब आप खुद इसे हराना चाहेंगे। ऐसे में अगर कहीं बाहर जाते हैं तो वहां से घर आने पर हाथ सफाई से धुलें। ज्यादा से ज्यादा सेनेटाइजर्स का इस्तेमाल करें। अपने हाथों से आंख, नाक, मुंह को बार-बार नहीं छुएं।