गोपालगंज: उपेंद्र कुशवाहा के कहने पर भी उद्यमी की पत्नी ने नहीं तोड़ा अनशन, तबीयत बिगड़ी
गोपालगंज: उद्यमी रामाश्रय सिंह हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन दिन से चल रहे आमरण अनशन में गत मंगलवार की शाम पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा अपना समर्थन देने आये। उन्होंने अनशन कर रही उद्यमी की पत्नी से हाल चाल जाना और खेद प्रकट किया कि बिहार की यह निकम्मी सरकार और प्रशासन एक विधवा की पीड़ा को समझने की कोशिश भी नहीं कर रही है। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि जिसके साथ समाज के इतने सारे लोग हैं वहां एक महिला को अनशन पर बैठना पड़ रहा है, यह दुःख की बात है। उन्होंने लोगों से और व्यवसायी के परिजनों से कहा कि अगर सरकार और प्रशासन अब भी नहीं सुनती तो भोरे में चक्का जाम होगा, यह अनशन सड़क पर होगा। मैं इस न्याय की लड़ाई को अपनी लड़ाई मानता हूँ। सरकार को पीड़ित परिवार की सुध लेनी होगी। उन्होंने उद्यमी की पत्नी सुनीता सिंह को समझा-बुझाकरअनशन तुड़वाने के कोशिश की लेकिन वह न्याय और अपने पति के हत्यारों की गिरफ़्तारी के लिए ज़िद पर अड़ी रहीं। पूर्व केंद्रीय मंत्री लगभग दो घंटे तक अनशन स्थल बैठे रहे लेकिन वह अनशन तोड़ने को राज़ी नहीं हुईं।
बता दें कि सुनीता सिंह तीन दिन से अनशन पर हैं और लगातार उनका वज़न और प्लेटलेट्स घट रहे हैं। ब्लड प्रेशर कम होने की वजह से वह कई बार बेहोश भी हो चुकी हैं। डॉक्टर ने उन्हें जल्दी अनशन ख़त्म करने की सलाह दी है। तीन दिन में ही उनका वज़न 2 किलो कम हुआ है।
बुधवार की सुबह अनशन में समर्थन देने पूर्व आईएएस और भारत सरकार में अपर सचिव के पद से रिटायर हो चुके विजय चौबे आये। वह बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के नेता हैं। उन्होंने पीड़ित परिजनों से बात की और उनकी लड़ाई में अपना पूरा सहयोग देने का फैसला किया।
विजय चौबे ने जनता से की गयी अपनी बात में कहा कि तेजस्वी यादव इस मामले पर अपनी नज़र रखे हुए हैं और वह भी जल्दी ही इस अनशन में शामिल होने यहाँ आएंगे। चाहें जो हो, हम परदे के पीछे के सभी अपराधियों और हाई प्रोफाइल लोगों को बेनक़ाब करेंगे जिन्होंने व्यवसायी की हत्या करवाई और अब अपराधियों को बचा रहे हैं। मौजूदा सरकार गूंगी के होने के साथ बहरी भी है। पहले से ही यह बढ़ते आपराधिक मामलों पर कुछ बोलती नहीं थी, अब तो किसी पीड़ित की सुनती भी नहीं है।
आज ही दोपहर में विकासशील इंसान पार्टी के प्रदेश प्रभारी संतोष सिंह कुशवाहा भी परिजनों को अपना समर्थन देने आये। उन्होंने कहा कि रामाश्रय सिंह कुशवाहा को न्याय ज़रूर मिलेगा। जब उनकी पत्नी और परिवार द्वारा न्याय की आवाज़ पर लोग पटना से यहाँ तक चले आ रहे हैं तो अगर न्याय में देरी हुई तो यह लड़ाई पटना से लड़ी जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले साल 13 जून को बाइक सवार अपराधियों ने व्यवसायी को गोलियों से भून दिया था। उस केस में नामज़द आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है और पुलिस प्रशासन ने पीड़ित परिवार को केवल निराश किया है। परिजन इस मामले में सीबीआई जाँच की मांग कर रहा है।