गोपालगंज डीएम अरशद अजीज ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारिओ के साथ कई गांवो का किया दौरा
गोपालगंज में गंडक के निचले इलाको में बसे गाँव में जहा बाढ़ जैसे हालात है। सदर प्रखंड के करीब एक दर्जन गांवो का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। इन गांवो में किसी भी तरह की सरकारी नाव की व्यवस्था नहीं थी।
बाढ़ का हालात जब जिला प्रशासन के संज्ञान में लाया तब डीएम अरशद अजीज ने बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारिओ के साथ आज सदर प्रखंड के रामनगर, मंगुरहा, पतहरा, सिहोरावा सहित कई गांवो का दौरा किया और गाँव में जाने वाले संर्पक मार्ग बाधित होने के बाद अधिकारिओ को तत्काल नाव का परिचालन शुरू करने का निर्देश दिया।
डीएम के आदेश के बाद रामनगर में दो सरकारी नाव और मंगुरहा गाँव में 4 सरकारी नाव का परिचालन आज से शुरू कर दिया गया। इसके अलावा डीएम ने सदर एसडीएम और बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता के साथ सारण बाँध का निरिक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने देखा की तटबंध में कई जगह रेनकट है। जबकि कई जगहों पर रैट होल है। इस रैट होल और रेनकट से बाँध में सीपेज हो सकता है। इसको लेकर उन्होंने कार्यपालक अभियंता को तत्काल मरम्मती का निर्देश दिया।
तटबंधो के निरीक्षण के बाद डीएम ने जादोपुर मंगलपुर महासेतु से उस पायलट चैनल का निरीक्षण किया। जिस पायलट चैनल का निर्माण 16 करोड़ की लागत से किया गया है। करीब चार किलोमीटर लम्बे इस पायलट चैनल से गंडक की धारा को मोड़ने में मदद मिलेगी और उम्मीद की जा रही है गंडक की धारा अपने मुख्य धारा में वापस लौट जाएगी।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता जिग्नेश्वर रजक ने बताया की अभी गंडक का जलस्तर बढ़ा हुआ है। लेकिन पताहरा रिंग बांध पर बनाये गए मीटर गेज के मुताबिक अब पानी डाउनवार्ड जा रहा है। मतलब गंडक के जलस्तर में कमी आने के संकेत है। गंडक के रिवरसाइड में पानी बढ़ा हुआ है। लिहाजा अब लोगो को तटबंधो के अन्दर से सुरक्षित जगहों पर आ जाना चाहिए। यहाँ बाढ़ से जूझने के लिए विषम परिस्थिति में पूरी तैयारी कर ली गयी है।