गोपालगंज: मनरेगा कार्यो की ड्रोन कैमरे से रखी जा रही है निगरानी, डीडीसी ने शेयर किया वीडियो
गोपालगंज: पूरे देश में कोरोना महामारी को लेकर लॉक डाउन है. इस लॉक डाउन की वजह से गोपालगंज के हजारों मजदूर राज्य और देश के बाहर फंसे हुए है. जबकि लॉक डाउन के बावजूद प्रतिदिन सैकड़ो मजदूरो का अपने घर वापस आने का सिलसिला जारी है. वही दूसरी तरफ लॉक डाउन की वजह से दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए है. उनके पास कोई काम नहीं है. ऐसे में उनके सामने खाने की समस्या पैदा हो गयी है. जिसको लेकर पीएम नरेद्र मोदी ने सभी राज्य सरकारों और जिला प्रशासन से ऐसे सभी बेरोजगार कामगार मजदूरो को रोजगार देने की अपील की थी.
इस पीएम की अपील के बाद गोपालगंज जिला प्रशासन ने एक एक्शन प्लान बनाया. और इस एक्शन पलान के जरिये अबतक जिले और उसके बाहर से लौटे करीब 17 हजार से ज्यादा मजदूरो को रोजगार उपलब्ध कराया है. इन मजदूरो को मन्रेगा के तहत कार्य दिया गया है. इसके साथ ही जो मजदुर लॉक डाउन के दौरान बाहर से लौटकर अपने घर वापस आये हुए है. और वे काम करने के इच्छुक है. उनका तत्काल मास्टर रोल बनाकर उन्हें प्रतिदिन रोजगार उपलध कराया जा रहा है.
डीडीसी सज्जन आर के मुताबिक हथुवा ब्लॉक के सिंघा पंचायत में 123 मजदूरों को मनरेगा के तहत मजदूरी कराया जा रहा है. ताकि लॉक डाउन के दौरान बाहर से आये प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिल सके. मनरेगा से हो रहे कार्यो की निगरानी ड्रोन कैमरे से रखी जा रही है. डीडीसी ने बताया की सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए यहाँ सारे कार्य कराये जा रहे है. डीडीसी सज्जन आर ने बताया की जिले के कई प्रखंड कोरोना की चपेट में है. जिसकी वजह से कई गांवों को कन्टेनमेंट जोन किया गया है. जिसकी वजह से काम थोडा धीमा हुआ है. लेकिन बाहर से आये सभी मजदूरो को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा.
गोपालगंज जिला प्रशासन के द्वारा आंकड़े के मुताबिक जिले में 234 पंचायते है. जिसमे 228 पंचायतो में मन्रेगा , जल जीवन हरियाली और सीएम सात निश्चय योजना के तहत रोजगार दिया जा रहा है.