गोपालगंज: सरकारी स्कूलों में बने आइसोलेशन सेण्टर का जायजा, हकीकत देखकर चौक जायेंगे आप
गोपालगंज में विदेश और दूसरे राज्यों से आये करीब 11 हजार से ज्यादा लोगो को उनके घरों में ही आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयी है. वही करीब 12 सौ लोगो को जिले के अलग अलग पंचायतो में बनाये गए सरकारी स्कूलों के आइसोलेशन में रखा गया है. आइसोलेशन रहने वाले लोगो के लिए खाने से लेकर रहने तक की व्यवस्था की गयी है. सरकार के द्वारा कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है. लेकिन गोपालगंज में यह आइसोलेशन सेण्टर मजाक बन रह गया है. यहाँ दिन में सभी संदिग्ध बनाये गए सरकारी स्कूलों में तो रहते है. लेकिन शाम होते ही वे स्कूल से बाहर चले जाते है. गाँव के चौक चौराहों पर वे खुलेआम चाय पीते है. इधर उधर घूमते है और शाम ढलते ही अपने घर पर सोने चले जाते है. रातभर अपने घर पर रहते है. फिर सुबह आराम से वे सरकारी स्कूलों में बनाये गए आइसोलेशन सेण्टर में वापस लौट आते है.
आवाज़ टाइम्स की टीम ने गोपालगंज जिला प्रशासन के द्वारा बनाये गए ऐसे ही एक आइसोलेशन सेण्टर का जायजा लिया. लेकिन यहाँ की हकीकत देखकर शायद आप भी चौक जायेंगे.
थावे प्रखंड के अपग्रेड मिडिल स्कूल सुकुलवा में आइसोलेशन सेण्टर बनाया गया है. यहाँ आधा दर्जन लोगो को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. लेकिन ये लोग लॉक डाउन और सोशल डिस्टेन्सिंग का कोई फॉलो नहीं कर रहे है. यहाँ जितने लोगो को रखा गया है. वे लखनऊ से अपने घर वापस लौटे थे. उन्हें यहाँ 14 दिनों के लिए रखा गया है. लेकिन आप देख सकते है कैसे शाम होते ही इस स्कूल में सन्नाटा पसर गया है. यहाँ कोई शिक्षक नहीं है. ड्यूटी पर हेडमास्टर को भी रहने की सलाह दी गयी है. वे भी नहीं है. जिन लोगो को आइसोलेशन में रहना है. वे भी गायब है. यहाँ खाली बेड साफ देख सकते है. स्कूल के कमरे में ताला भी लटका हुआ है. लेकिन यही लोग दिन में अपने कमरे में आकर लेटे हुए है. पूछने पर इनके द्वारा बताया गया की वे शाम को घर चले जाते है. घर के सदस्यों के साथ रहते है. और फिर अगले दिन स्कूल में वापस लौट आते है.
यह हाल गोपालगंज के थावे प्रखंड का है. जहा बीते एक सप्ताह पहले ही थावे के बेदुटोला में एक मरीज में कोरोना का पॉजिटिव केस पाया गया है. जिले में अबतक कोरोना के तीन पॉजिटिव केस आये है. जबकि पडोसी सीवान जिले में भी 27 पॉजिटिव केस सामने है. बावजूद इसके यहाँ आइसोलेशन सेंटरों की लापरवाही आने वाले दिनों में मुसीबत बन सकते है.