गोपालगंज में लॉक डाउन के दौरान निकाह करने की मिली सुचना, परिजनों ने मामले से किया इनकार
गोपालगंज में लॉक डाउन के दौरान गांव में निकाह हो रही थी। इसकी सुचना ग्रामीणों ने जैसे ही जिला प्रशासन को दी मौके पर पहुचे जिला प्रशासन की टीम ने गाँव से तीन लोगो को अपने साथ लेकर आई और उन्हें गोपालगंज में बनाये गए क्वारंटाइन सेण्टर में भर्ती करा दिया है। मामला थावे के मीरअलीपुर गाँव का है।
वही परिजनों ने कहा की लॉक डाउन के दौरान शादी का समय पूर्व से निर्धारित था। जिसको टालने को लेकर लड़की और लड़का पक्ष एक साथ बैठकर अगले तारीख को लेकर बातचीत कर रहे थे। तभी गाँव एक लोगो ने मौके पर पहुचकर घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
गोपालगंज के सदर एसडीएम उपेन्द्र कुमार पाल ने बताया की उन्हें सुचना मिली की मीरअलीपुर गाँव में निकाह का कार्यक्रम चल रहा है। लॉक डाउन के दौरान यहाँ भारी संख्या में बाराती आये हुए है। इसी सुचना को लेकर उन्होंने मीरअलीपुर के ग़ालिब हुसैन के घर छापामारी की गयी। वहा छापामारी के दौरान घर में कोई शादी समारोह या निकाह नहीं हो रहा था। घर के कुछ सदस्य शादी की तिथि को बढाने को लेकर आपस में बातचीत कर रहे थे। जिन्हें सोशल डिस्टेनसिंग के तहत अलग अलग रहने की सलाह दी गयी है। सदर एसडीएम के मुताबिक उन्हें सुचना मिली थी इस गांव के कुछ युवक विदेश से आये हुए है। उसमे से तीन युवको को गोपालगंज क्वारंटाइन सेण्टर में निगरानी में रखा गया है।
वही इस मामले में मीरअलीपुर के ग़ालिब हुसैन ने बताया की उनके घर कल 31 मार्च को पूर्व में ही शादी का तिथि निर्धारित किया गया था। जिसको तिथि बढाने को लेकर लड़की पक्ष के साथ बैठकर बातचीत की जा रही थी। इसी दौरान गांव के कुछ लोग मौके पर पहुचकर घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी और झूठा आरोप लगाने लगे। उनके घर में न तो किसी तरह का शादी समारोह चल रहा था और न ही किसी को हिरासत में लेकर क्वारंटाइन सेण्टर में भेजा गया है।
दरअसल कोरोना महामारी को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन है। ऐसे हालत में शादी समारोह सहित किसी भी तरह के कार्यक्रमों पर पूर्ण प्रतिबंध है। लेकिन जब यहाँ लॉक डाउन के बाद शादी समारोह का कार्यक्रम टाल दिया गया था। लेकिन शादी की अगली तिथि तय करने के लिये वे बातचीत कर रहे थे। तबभी गांव वालो ने इसका विरोध कर दिया।