नीतीश सरकार पर लगा छात्रवृत्ति घोटाला का आरोप !
बिहार में आजकल छात्रवृत्ति घोटाला पर राजनीति गर्म है. विपक्ष ने नीतीश सरकार पर छात्रवृत्ति घोटाला करने का आरोप लगाया है. आज नीतीश कुमार ने भी इसे स्वीकार किया है. उन्होंने कहा प्रथम दृष्टि में छात्रवृत्ति में गड़बड़ी की बात सही है और इसकी जाँच के लिए निगरानी की टीम गठीत कर दी गई है.
नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाला और गरीब छात्र-छात्राओं के लिए प्राइवेट स्कूलों में आर. टी. ई. का अनुपालन न होना सरकार की विफलता का द्योतक है. यह शिक्षा से खिलवाड़ है, जिसे विपक्ष बर्दाश्त नहीं करेगा.
बिहार में छात्रवृत्ति हड़पने के लिए फर्जी स्कूल और फर्जी गाँव दर्शा कर एससी-एसटी और ओबीसी विद्यार्थियों की प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाला किया जा रहा है. स्कूल पटना में दिखाया जा रहा है और छात्रवृत्ति के पैसे नागपुर के बैंक खाते में डाला जा रहा है. जो छात्रवृत्ति के पैसे का बंदरबांट है.
यह दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े वर्ग के दबे कुचले छात्र – छात्राओं की हकमारी है. जिसपर बिहार सरकार को गंभीरता दिखाते हुए मामले को सीबीआई से जाँच करानी चाहिए. राज्य में चाहे प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाला हो या प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा के अधिकार कानून का अनुपालन नहीं होना अथवा प्राइवेट स्कूल प्रबंधन के द्वारा अभिभावकों से लूट की छूट मचाना; ये सभी शिक्षा से खिलवाड़ का उदाहरण है. अगर नीतीश सरकार गंभीर नहीं होती है तो बिहार का विपक्ष इसके लिए आन्दोलन करेगा.