गोपालगंज के15 मंदिरों के सौंदर्यीकरण पर राज्य सरकार ने 1.2 करोड़ की राशि की दी स्वीकृति
गोपालगंज: ठंड के दिनों में मंदिरों से भगवान की चोरी होने की घटना को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्करों से अपने भगवान को बचाने के उद्देश्य से गृह विभाग ने जिले के 15 मठ व मंदिरों की सुरक्षा को पुख्ता करने का निर्णय लेते हुए चहारदीवारी बनाने के लिए 2.03 करोड़ की राशि की स्वीकृति दी है। साथ ही 1.2 करोड़ की राशि पहले फेज के लिए आंवटित कर दी गई है। गृह विभाग के अपर सचिव से राशि जारी होते ही डीएम अरशद अजीज ने स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन को राशि का आंवटन देते हुए निर्माण कार्य को शुरू कराने का आदेश दिया है। चहारदीवारी निर्माण का कार्य मार्च 20 तक पूरा कराने को कहा गया है। निर्माण कार्य के शुरू होते ही शेष राशि का भी आवंटन विभाग को प्राप्त होने की बात कही जा रही।
भोरे प्रखंड के रामपुर परिवद्ध मठ के लिए 19.93 लाख, हुस्सेपुर टोला मठ के लिए 8.06 लाख, कटेया प्रखंड के रुद्रपुर मठ के लिए 19.88 लाख, पकड़िहार शिव मंदिर के लिए 19.97 लाख, उचकागांव प्रखंड के परसौनी खास मंदिर के लिए 8.41 लाख, साखे रामदास टोला कवही मंदिर के लिए 19.92 लाख, मीरगंज हथुआ मोड मठ के लिए 6.46 लाख, एकडेरवां कबीर पंथी मठ के लिए 7.15 लाख, साथी मठ के लिए 8.29 लाख, हथुआ प्रखंड के रामजानकी मंदिर के लिए 19.88 लाख, विजयीपुर प्रखंड के रसूलपुर चरखिया मठ के लिए 17.67 लाख, संडीहा मठ के लिए 18.10 लाख तथा विजयीपुर मठ के लिए 8.44 लाख राशि की स्वीकृति चहारदीवारी के लिए मिली है।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से अभी कई मंदिरों का नाम चहारदीवारी निर्माण के लिए छूटा हुआ है। जिसमें सदर प्रखंड के बंजारी शिव मंदिर, जहां दो वर्ष पूर्व करोड़ों की मूतिर्यों का चोरी हो चुकी है। उसी प्रकार कुचायकोट के ऐतिहासिक कर्तानाथ मंदिर रमजीता, अमवां विजयपुर, शिव मंदिर बंगरा, गरेयाखाल, पहाड़पुर, कटेया प्रखंड के घुर्नाकुंड, हथुआ के बड़वा मठ, महैचा मंदिर, जलालपुर स्थित मठ की चहारदीवारी काफी आवश्यक था।
हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि इन मंदिरों के लिए भी दूसरे फेज में राशि की डिमांड की जायेगी।