गोपालगंज: सदर प्रखंड के बाद अब मांझागढ़ प्रखंड के नए इलाको में घुस रहा है बाढ़ का पानी
गोपालगंज में सदर प्रखंड के बाद अब बाढ़ का पानी मांझागढ़ प्रखंड के नए इलाको में घुस रहा है। हालांकि गंडक के जलस्तर में अब कमी आने के संकेत मिल रहे है। लेकिन जिस नए इलाको में बाढ़ का पानी घुसा है। वहा हजारो एकड़ में लगी गन्ने और धान की फसल पूरी पानी में डूब गयी है। जबकि मांझागढ़ प्रखंड के करीब आधा दर्जन गांवो का प्रखंड मुख्यालय और जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।
इस इलाके में नाव ही एकमात्र साधन है। जिससे स्कूली बच्चे बाढ़ ग्रस्त इलाके से पढने आ रहे है। इसके अलावा रोजमर्रा की जरुरी काम को करने के लिए भी लोग नाव से आ जा रहे है। जिला प्रशासन के द्वारा जिले के सभी बाढ़ प्रभावित इलाको में नाव की पर्याप्त व्यवस्था करने का दावा किया गया है।
माझागढ़ प्रखंड का गौसिया, भैसही, निमुईया, खावाजेपुर, डुमरिया सहित करीब आधा दर्जन पंचायतो एक कई वार्ड और आंशिक और पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित है। जहा पिछले दो से तीन दिनों में गंडक के जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का पानी लगातार बढ़ा है।
मांझागढ़ प्रखंड के अलावा सदर प्रखंड का खरटिया मिडिल स्कूल और उसके आसपास के कई घर पानी में जलमग्न हो गए है। स्कूल के डूबने की वजह से एक सप्ताह से इस स्कूल में पढाई बाधित है। इसके अलावा खरटिया से जाने वाले मुख्य सडक पानी में पूरी तरह डूब गयी है और पुलिया पूरी तरह जर्जर हो गया है।
गौसिया पंचायत के पूर्व मुखिया राधा रमण मिश्रा के मुताबिक मांझागढ़ प्रखंड का गौसिया सहित आधा दर्जन पंचायते बाढ़ से प्रभावित हुई है। इसके अलावा हजारो एकड़ में लगी गन्ने और धान की फसल पानी में डूबने की वजह से बर्बादी के कगार पर है। जिला प्रशासन के द्वारा इस इलाके में तीन नाव की वयवस्था की गयी है। जिससे ग्रामीणों को सहूलियत है। राधारमण मिश्रा के मुताबिक जिला प्रशासन के सहयोग से बाढ़ प्रभावित इलाको के सैकड़ो लोगो को ऊँचे और सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है और लोगो को अलर्ट रहने की सलाह दी जा रही है।
होम गार्ड के जवान जयप्रकाश नारायण पाण्डेय ने बताया कि डीएम के आदेश पर तटबंधो पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। सभी बांधो की निगरानी के लिए होमगार्ड के जवानों की ड्यूटी लगायी गयी है। जो दिनरात गंडक के जलस्तर से तटबंधो पर बन रहे दबाव की निगरानी कर रहे है।