गोपालगंज: पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने दिवंगत ठेकेदार रमाशंकर सिंह के परिजनों से की मुलाकात
गोपालगंज में ठेकेदार रमाशंकर सिंह की हत्या के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी आरोपी मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता फरार है। जबकि इस ममाले में विभाग के द्वारा दोषी अभियंताओ की गिरफ़्तारी तो दूर उनका सस्पेंसन तक नहीं हुआ। जबकि तीनो वरीय पदाधिकारियो पर 15 लाख घुस के बदले ठेकेदार को जिन्दा जलाने का आरोप है।
आज शुक्रवार को जदयू के प्रदेश महासचिव व पूर्व विधायक मंजीत सिंह दिवंगत ठेकेदार रमाशंकर सिंह के परिजनों से मुलाकात की और उनके दुःख की घड़ी में शरीक हुए। मंजीत सिंह ने कहा की इस दर्दनाक घटना को लेकर सीएम नीतीश कुमार संवेदनशील है। वे खुद मामले की मोनिटरिंग कर रहे है।
जदयू नेता ने कहा कि यह रमाशंकर सिंह की हत्या की गयी थी। हत्याकांड के बाद परिजनों के द्वारा प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है। इस लिए हत्याकांड में संलिप्त सभी दोषी पदाधिकारियो के खिलाफ कठोर से कठोर कारवाई हो। उनकी गिरफ़्तारी हो और फरारी की अवस्था में उनकी सम्पति की कुर्की जब्ती की कारवाई हो। इसके अलावा दोषी पदाधिकारियो के खिलाफ सेवा से बर्खास्तगी की कारवाई हो। कारवाई नहीं होने पर लोग उग्र आन्दोलन कर सकते है। इसलिए हर संभव जरुरी कदम और कारवाई की जाये।