गोपालगंज में लिपिक पर फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने का आरोप, लिपिक ने बताया डिग्री सही
गोपालगंज में उर्दू हाई स्कूल में एक लिपिक के द्वारा फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने का मामला सामने आया है। आरटीआई से हुए इस खुलासा के बाद भी आरोपी लिपिक जहा खुद की डिग्री को सही बता रहा है। वही इस खुलासे के बाद आरटीआई कार्यकर्ता ने जिला शिक्षा विभाग से मामले की जाँच कर दोषी के खिलाफ कारवाई की मांग की है।
बताया जाता है की गोपालगंज सदर प्रखंड के एमएम उर्दू हाई स्कूल के लिपिक सेराज अहमद पर आरोप है की उन्होंने इंटरमीडिएट का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर इस हाई स्कूल में पद ग्रहण किया है। लिपिक के द्वारा इंटर की परीक्षा का जो सर्टिफिकेट बहाली के लिए लगाया गया है। वह यूपी के भारतीय शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश संसथान से इंटर की परीक्षा उर्दू विषय से पास की है। इस परीक्षा का केंद्र रघुनाथ झा इंटर कॉलेज, खजुरिया, गोपालगंज बताया गया है। जबकि यूपी की किसी संसथान का परीक्षा केंद्र गोपालगंज में नहीं रहा है।
आरटीआई कार्यकर्ता फिरोज आलम के मुताबिक एमएम हाई स्कूल के किरानी के पद पर कार्यरत है। उनका इंटर का सर्टिफिकेट जाली है। इसका प्रमाण सुचना के आधार के तहत मांगी गयी जानकारी से मिली है। जिसकी जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीएम गोपालगंज, शिक्षा मंत्री को देते से जांच की मांग की गयी थी। जाँच में दोषी पाए जाने के बाद उसके खिलाफ कारवाई करने और सरकार के दवरा फर्जीवाडा कर सरकारी पैसे की गबन की गयी राशि की वसूली की मांग की गयी। लेकिन अबतक दोषी लिपिक के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की गयी है।
वहीं जब इस मामले में लिपिक सेराज अहमद से पूछा गया तो उसके मुताबिक उनके द्वारा लगायी गयी सभी डिग्री सही है। सभी डिग्री का विभाग के द्वारा सत्यापन कराया गया है। जिसकी जाँच कभी भी की जा सकती है।
जबकि इसी मामले एमएम उर्दू हाई स्कूल के प्राचार्य नेयाज अहमद का कहना है की अबतक उनके पास फर्जी डिग्री से सम्बंधित कोई शिकायत नही मिली है। यह विभाग के द्वारा जाँच का विषय है। विभाग इस पर जाँच कर कारवाई करे।
वही इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी संघमित्रा वर्मा का कहना है की मामला अब संज्ञान में आया है। संज्ञान में मामला आने के बाद आरोपों की जाँच कराकर सभी सर्टिफिकेट का सत्यापन कराया जायेगा और अगर आरोप सही पाया गया तो दोषी के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी।