गोपालगंज में दहेज की मांग पूरा नहीं होने पर निजी विद्यालय में तैनात सहायक शिक्षिका की हत्या
गोपालगंज के बैकुंठपुर प्रखंड के एक निजी विद्यालय में तैनात सहायक शिक्षिका की दहेज में दो लाख रुपये नकदी, बाइक व फर्नीचर की मांग पूरी नहीं होने पर हत्या कर दी गई। मृत शिक्षिका के भाई ने घटना को लेकर बैकुंठपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें उसने निजी विद्यालय के प्रबंधक, मृत महिला के पति व ससुर सहित छह लोगों को नामजद आरोपित बनाया है। मृतका के भाई ने बहन की हत्या करने के बाद उसकी चार साल की भांजी को भी गायब करने का आरोप लगाया है।
जानकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण जिले के डुमरिया घाट थाना क्षेत्र के ड़ुमरिया गांव के राजीव रंजन की बहन निशा की शादी वर्ष 2012 में छपरा जिले के इसुआपुर थाना क्षेत्र के पुरसौली गांव के राकेश कुमार सिंह उर्फ पिटू के साथ हुई थी। शादी के बाद ससुराल जाने पर कुछ समय तक निशा को उसके ससुराल के लोगों ने ठीक से रखा। बाद में दहेज में दो लाख रुपये नकदी, बाइक तथा फर्नीचर नहीं लाने का आरोप लगाकर निशा को प्रताड़ित करने लगे। कुछ समय तक वह ससुराल के लोगों की प्रताड़ना को झेलती रही। इसी बीच उसने एक पुत्री गोल्डी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद भी निशा को प्रताड़ित करने का क्रम जारी रही। प्रताड़ना से तंग आकर निशा बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के दिघवा दुबौली स्थित एक निजी विद्यालय में सहायक शिक्षिका की नौकरी करने लगी। कुछ समय के बाद उसका पति भी इसी निजी विद्यालय में स्टोर कीपर की नौकरी करने लगा। इस बीच आए दिन शिक्षिका निशा को प्रताड़ित किए जाने का दौर जारी रहा। घटना को लेकर थाने में दर्ज प्राथमिकी में राजीव रंजन ने आरोप लगाया है कि उनकी बहन की दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर एक साजिश के तहत निजी विद्यालय में ही हत्या कर दी गई। उन्होंने बहन की हत्या के आरोप में विद्यालय के प्रबंधक मोनू सिंह के अलावा राजीव सिंह, मृतका के पति राजीव कुमार सिंह उर्फ पिटू, ससुर परशुराम सिंह तथा सास इंदु देवी सहित छह लोगों को नामजद आरोपित बनाया है। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।