गोपालगंज: आज नहीं दिखा चाँद, 7 मई को होगा पहला रोज़ा, तरावीह की नमाज़ कल से होगी शुरू
रमज़ानुल मुबारक इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है. आज रविवार को चांद की तस्दीक न होने से अब सोमवार को 30 का चांद माना जाएगा। ऐसे में 7 मई मंगलवार को पहला रोजा रखा जाना लाजिमी है। सोमवार से तरावीह की नमाज़ शुरू हो जाएगी. शहर और देहात की सभी मस्जिदों में तरावीह के इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। मस्जिदों में अलग-अलग पारों और समय पर तरावीह पढ़ाई जाएगी।
मुस्लिम समुदाय में रमजान इसलिए भी खास है क्योंकि इसी दौरान इस्लामिक पैगम्बर मोहम्मद के सामने कुरान की पहली झलक पेश की गई थी। लिहाजा रमजान को कुरान के जश्न का भी मौका माना जाता है। रमजान के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे एक महीने रोजा रखते हैं।
रमजान उल मुबारक का चांद आज यानि 5 मई को नहीं दिखा। जिसकी वजह से रमजान का पहला रोजा मंगलवार 7 मई से रखा जाएगा। यह घोषणा दारुल कजा इमारत-ए-शरिया फुलवारीशरीफ के काजी-ए-शरियत मौलाना अब्दुल जलील कासमी ने दी है।
मरकजी मजलिस रूयत हेलाल खानकाह मुजीबिया फुलवारीशरीफ और बिहार रियासत रूयत हेलाल कमेटी ने भी सूचना दी है कि देश के किसी कोने से चांद देखे जाने की कोई सूचना नहीं मिली है।
रमज़ान माह का एक एक मिनट बहुत क़ीमती होता है। रमज़ान रहमत बरकत और मगफिरत का महीना है। इस पूरे महीने में मुसलमान भूखा प्यासा और बुरे कामों से तौबा कर हर अच्छे से अच्छे कार्य करने के साथ रोजे रखते हैं।
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