गोपालगंज: क्रेडिट कार्ड से हुई धोखाधड़ी, ओटीपी बताते ही 1.38 लाख ले उड़े साइबर अपराधी
गोपालगंज साइबर अपराधियों के सीधे निशाने पर हैं। शायद ही कोई सप्ताह ऐसा गुजरता हो जब साइबर अपराधी किसी को अपना निशाना ना बनाते हो। साइबर अपराधियो के लिए शायद मीरगंज शहर सॉफ्ट टारगेट बन चुका है। भोले-भाले लोगों को साइबर अपराधी आए दिन धड़ल्ले से अपना शिकार बना रहे हैं। हैकर्स कब और किसे अपना निशाना बना ले कुछ कहा जा सकता। वही स्थानीय पुलिस मदद करना तो दूर पीड़ितों को परेशान करने में व्यस्त है। अभी हाल में इस्लामिया उर्दू एकेडमी के के सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक के खाते से मोटी रकम निकालने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि शहर के भारतीय स्टेट बैंक के शाखा से साइबर अपराधियों ने पीड़ित राजेश प्रसाद के क्रेडिट कार्ड से से एक लाख अड़तीस हजार की निकासी कर उसे कंगाल कर डाला है। पीड़ित राजेश प्रसाद का मीरगंज में ससुराल है। विदेश से लौटने के पश्चात उसने स्टेट बैंक से क्रेडिट कार्ड लिया था ताकि व्यवसाय में काम आ सके।
इस संबंध में पीड़ित राजेश गुप्ता ने बताया कि 26 फरवरी को सोनिया नाम की लड़की ने उसे फोन कर बताया कि वह क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट से बोल रही है और उसका क्रेडिट कार्ड ब्लॉक हो गया गया है। उसको एक्टिवेट करने के लिए उसके मोबाइल पर भेजा गया ओटीपी बताए। राजेश ने ओटीपी बताया पर सोनिया ने उससे दोबारा ओटीपी भेजकर फिर उसका नंबर पूछा। इस तरह चार बार ओटीपी भेज कर कर कर ओटीपी भेज कर कर भेज कर कर उसने उसके क्रेडिट कार्ड से 1,38,000 की खरीदारी कर डाली। सारी खरीदारी नई दिल्ली स्थित अक्षरधाम ज्वेलर्स और मोबिक्विक से की गई है। पहले पहली बार 59,000 की खरीदारी की गई, दूसरी बार 49,000 की खरीदारी की गई। तीसरी बार 20,000 की खरीदारी की गई और चौथे बार 9,999की खरीदारी के गई।
इस संबंध में पीड़ित राजेश प्रसाद जब मामले को लेकर मीरगंज थाना में गए तो मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया गया। इस संबंध में मीरगंज थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति का खाता तो नरैनिया भारतीय स्टेट बैंक में है पर उसके मोबाइल में ओटीपी उचका गांव के किसी क्षेत्र से प्राप्त किया गया है। पुलिस के द्वारा टरकाने के बाद इसके बाद पीड़ित उचकागांव थाने का चक्कर लगा रहे हैं।