गोपालगंज में भाइयो के लम्बी आयु के लिए बहने धूमधाम से मना रही है भैया दूज पर्व
गोपालगंज में आज शुक्रवार को पूरे जिले में भाइयो के लम्बी आयु के लिए बहने धूमधाम से भैया दूज पर्व मना रही है। आज सुबह से ही जिले के शहर और गावो में भैया दूज की धूम है। जहा परम्परागत तरीके से भैया दूज घुमधाम से मनायी जा रही है।
गोपालगंज में महिलाओं ने गोबर की लेप से भगवान गोबर्धन की कलाकृति बनायीं। इसके बाद पारंपरिक गीतों से भाई की सुख-समृद्धि के लिए कामना की। महिलाओं ने भगवान की पूजा अर्चना करने के बाद मूसल से कुटाई की।
शहर के अम्बेडकर चौक की रहने वाली सरोजनी देवी के मुताबिक वे हर साल अपने भाई की दीर्घायु के लिए पूजा करती है। आज भी फुल, फल और प्रसाद से भगवान की कलाकृति बनाकर भाई के स्वस्थ्य जीवन और लम्बी आयु के लिए पूजा कर रही है।
भाई दूज, भाई और बहन के बीच के प्यार का त्योहार है। यह त्योहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार का अपना महत्व है। इसको मनाए जाने का कारण भी है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार सूर्य की संज्ञा से दो संतानें थी एक पुत्र यमराज और दूसरी पुत्री यमुना। संज्ञा सूर्य का तेज सहन न कर सकी और छायामूर्ति का निर्माण करके अपने पुत्र और पुत्री को सौंपकर वहां से चली गईं। छाया को यम और यमुना से किसी प्रकार का लगाव न था, लेकिन यमराज और यमुना में बहुत प्रेम था। यमराज अपनी बहन से बहुत प्यार करते थे, लेकिन ज्यादा काम होने के कारण अपनी बहन से मिलने नहीं जा पाते। एक दिन यम अपनी बहन की नाराजगी को दूर करने के लिए उनसे मिलने पहुंचे। भाई को आया देख यमुना बहुत खुश हुईं। भाई के लिए खाना बनाया और आदर सत्कार किया। बहन का प्यार देखकर यम इतने खुश हुए कि उन्होंने यमुना को खूब सारे भेंट दिए।