गोपालगंज में महाबीरी आखाडे के जुलूस के दौरान दो गाँवों के बीच जम कर हुई मारपीट व रोड़े बाज़ी
गोपालगंज जिला के उचकागांव थाना क्षेत्र के लाइन बाजार-थावे मुख्य पथ पर स्थित जमसड़ी गांव में घुसकर महावीरी अखाड़ा जुलूस के दौरान लुहसी गांव के ग्रामीणों द्वारा जमकर पथराव किया गया। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच हुए जवाबी कार्रवाई में लगभग आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। जिनका इलाज अलग अलग अस्पतालों में कराया गया। घटना के बाद पुलिस को लोगों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल का प्रयोग भी करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि जमसड़ी गांव के ग्रामीण अपने गांव के मुख्य पथ पर मंगलवार की सुबह महावीरी अखाड़ा का जुलूस घुमा रहे थे। बताया जा रहा है कि जमसड़ी गांव के घनी बस्ती से सटे ही मुख्य पथ पर लुहसी गांव के कुछ ग्रामीणों का घर पड़ता है। जहां से लुहसी गांव के अखाड़ा समिति द्वारा चंदा लिया गया था। जिसके बाद लुहसी गांव का अखाड़ा जुलूस उनके दरवाजे पर घुमाया जा रहा था। जहां पहले से जमसड़ी गांव का अखाड़ा जुलूस मौजूद था। बताया जा रहा है कि दोनों गांव का अखाड़ा जुलूस साईड देने के लिए दूसरे जुलूस पर दबाव बना रहा था। परंतु जमसड़ी गांव को पिछे न हटता देख लुहसी गांव के ग्रामीणों द्वारा पथराव शुरू कर दिया गया। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में दोनों पक्षों से पथराव शुरू हो गया। जिसमें दोनों गांवों के लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए। जिनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में कराया गया। घटना में आर्केस्ट्रा कर्मियों के अलावा वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे प्रशासन के एक कर्मी के भी जख्मी होने की सूचना मिल रही है।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर एसडीओ अनिल कुमार रमन, एसडीपीओ अशोक चौधरी, इंस्पेक्टर अरुण मालाकार, थानाध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह, बीडीओ संदीप सौरभ, सीओ रामबचन राम के साथ मौके पर पहुंचे पुलिस बल द्वारा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का सा बल प्रयोग करना पड़ा। घटना के बाद दोनों गांवों के महावीरी अखाड़ा के नाच गान के कार्यक्रम को भी बंद करा दिया गया। पुलिस द्वारा जमसड़ी गांव से लेकर अरना बाजार तक पुलिस गश्ती तेज कर दी गई। समाचार लिखे जाने तक मामले में कोई प्राथमिकी थाने में दर्ज नहीं कराई गई।