गोपालगंज में जर्जर स्कूल भवन होने के दूर दुसरे स्कूल से किया गया टैग, दुरी के कारण नहीं आते बच्चे
गोपालगंज में जर्जर स्कूल भवन में बच्चो के साथ बकरिया भी जहा पढने आती है. वही इस स्कूल भवन के जर्जर होने की वजह से यहाँ के शिक्षको को 3 किलोमीटर दूर दुसरे स्कूल से टैग कर दिया गया है. लेकिन यहाँ के बच्चे ज्यादा दुरी होने की वजह से इसी स्कूल में रोजाना पढने के लिए आते तो है . लेकिन वे सिर्फ खेलकूद कर वापस अपने घर लौट जाते है. इस स्कूल के सैकड़ो बच्चो की पढाई बीते 3 माह से बाधित है.
यह स्कूल है सदर प्रखंड का राजकीय प्राथमिक विद्यालय हरखुवा. यह स्कूल से शहर से करीब 03 किलोमीटर गोपालगंज नगर परिषद् के वार्ड नम्बर 23 में स्थित है. इस स्कूल में पिछले तीन माह से बच्चे सिर्फ दिखावा के लिए आते है. यहाँ सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि बकरियां भी उनके साथ स्कूल के बरामदे में बैठती है. लेकिन यहाँ पढाई नहीं बल्कि सिर्फ पढाई के नाम पर खिलवाड़ होता है.
दरअसल इस स्कूल में सिर्फ 03 कमरे है. लेकिन सभी कमरे जर्जर है. जर्जर कमरे की छत और दिवार से प्लास्टर टूटकर नीचे गिरता है. जिसकी वजह से अक्सर यहाँ हादसे होते रहते है. स्कूल की प्राचार्या मुन्ना कुमारी के मुताबिक जर्जर भवन और हादसे से बचने के लिए इस स्कूल को गोपालगंज डीएवी मिडिल स्कूल से टैग कर दिया गया है. जो यहाँ से करीब 3 किलोमीटर की दुरी पर है. जयादा दुरी होने की वजह से यहाँ के बच्चे गोपालगंज के डीएवी स्कूल में नहीं जा पाते है. जिसकी वजह से यहाँ कई माह से बच्चो की पढाई बाधित है.
सभी शिक्षक डीएवी स्कूल में जाते है. लिहाजा यहाँ जो भी बच्चे यहाँ पढने आते है. उन्हें बिना पढाई किये ही बैरंग वापस लौटना पड़ता है.
इसी स्कूल के अभिभावक विजय कुमार शर्मा के मुताबिक यह स्कूल कई माह से बंद है. शिक्षा विभाग के अधिकारिओ के पास कई बार आवेदन दिया गया की इस स्कूल भवन का मरम्मती किया जाये. लेकिन वहा के अधिकारिओ का कहना है की पर्याप्त पैसा नहीं होने की वजह से इस स्कूल की मरम्मती नहीं की जा रही है. जिसकी वजह से इस स्कूल में पढने वाले बच्चो का भविष्य अधर में लटक गया है. अगर सरकार जल्द से जल्द इस स्कूल में पढाई शुरू नहीं करेगी तो ग्रामीण उग्र प्रदर्शन करने क लिए बाध्य होंगे.
इस मामले जिलाशिक्षा पदाधिकारी अखिलेश्वर प्रसाद ने कहा की जर्जर भवन होने की वजह से इस स्कूल को दुसरे स्कूल से टैग किया गया है. जैसे ही विभाग के द्वारा आवंटन आता है. तो शीघ्र ही इस स्कूल की मरम्मती का कार्य शुरू कर दिया जायेगा.