गोपालगंज से चार दिन पूर्व गायब युवक का मिला शव, हत्या कर शव को फेंके जाने की आशंका
गोपालगंज जिला के मांझा थाना क्षेत्र के कोइनी बाज़ार से चार दिन पूर्व शुक्रवार की रात तकरीबन 8 बजे अपराधियों ने इरशाद अली उर्फ़ मोहन का अपरहण कर धारधार हथियार से गर्दन रेत कर हत्या कर दियरा क्षेत्र के निमुईया गंडक नदी के किनारे फेक दिया था. बीती रात मांझा पुलिस ने नदी किनारे से इरशाद अली का शव बरामद किया. पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. शव मिलने की सुचना मिलते ही गांव में कोहराम मच गया.
बताया जाता है की मांझा थाना क्षेत्र के कोइनी पश्चिम गांव निवासी 30 वर्षीय इरशाद अली उर्फ मोहन को शुक्रवार की रात्रि किसी व्यक्ति का फोन आया. फोन द्वारा इरशाद को गौसिया बरात चलने के लिए बोला गया जिसके लिए उसे रात्रि 8 बजे कोइनी बाज़ार बुलाया गया. फोन आने के बाद इरशाद अपने भाई का बाइक लेकर घर से निकला गया. लेकिन जब शनिवार सुबह तक इरशाद घर नही लौटा तब परिजनों ने अपने अस्त्र से उसकी खोजबीन शुरू किया लेकिन जब खोजबीन करने के भी इरशाद का कोई अता-पता नहीं चला तब इरशाद के छोटे भाई अबरे आलम ने घटना की जानकारी मांझागढ़ थानाप्रभारी अरबिंद कुमार को लिखित रूप में दिया. घटना की सूचना मिलते ही थानाप्रभारी ने अपहरण का मामला दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गयी. लेकिन पुलिस अपराधियो से गायब युवक को मुक्त कराने में सफल नही हो पाई. अन्तः अपराधियो ने युवक की हत्या कर युवक के शव को गंडक नहीं के किनारे फेक दिया.
मृत युवक इरशाद अली के छोटे भाई अबरे आलम ने बताया कि गांव के ही मलु मिया, डॉक्टर मुन्ना, सदाम हुसेन, अली अकबर से जमीनी विवाद चल रहा था. जिस को लेकर कई बार जान से मारने की धमकी दी गयी थी. इन्ही लोगो के द्वारा साजिश रच कर अपहरण कराकर अपराधियो से हत्या कराई गई है. अभी तक इस घटना की अंजाम देने वालो अपराधियो को मांझा पुलिस पकड़ने में नाकाम है.