गोपालगंज में इलाज के दौरान 3 साल के बच्चे की हुई मौत, मौत के बाद हंगामा व सड़क जाम
गोपालगंज जिला के विजयपुर थाना क्षेत्र के विजयपुर बाजार स्थित एक निजी क्लीनिक में मंगलवार को इलाज के दौरान एक मासूम की मौत हो गयी। मासूम के मौत के बाद की परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन दहाड़ मार कर निजी क्लीनिक में ही रोने लगे। रोहित की मां व पिता समेत अन्य परिजनों के चित्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। आसपास के लोग परिजनों को समझाने की कोशिश कर रहे थे। मगर परिजन मानने को तैयार नहीं थे। आक्रोशित परिजनों ने मौके पर जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान बच्चे के आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने मासूम के शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया। गुस्साए लोग डॉक्टर की गिरफ्तरी की मांग कर रहे थे। सड़क जाम होने की सूचना पर स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर गुस्साए लोगों को शांत कराने की कोशिश कर रही थी। मगर लोग पुलिस की एक भी बात नहीं सुन रहे थे। लोगों का कहना था कि जब तक पुलिस डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं करेगी व परिजनों को उचित मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक वे जाम नहीं हटाएंगे। बाद में जब पुलिस ने डॉक्टर को गिरफ्तार करने व मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया तब जाकर गुस्साए लोग शांत हुए।
बताया गया है कि हरदियां मुसहर टोला गांव के किशोर मंडल के तीन वर्षीय बेटे रोहित कुमार की तबीयत पिछले पांच दिनों से खराब थी। परिजनों ने विजयीपुर-भोरे पथ पर स्थित एक निजी क्लीनिक में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया था। चार दिनों तक इलाज होने के बाद जब बच्चा ठीक हो गया तो परिजन सोमवार को उसे वापस घर लेकर चले गए। सोमवार की देर रात फिर बच्चे की तबीयत अचानक खराब हो गई। परिजन आनन-फानन में उसे इलाज को उक्त डॉक्टर के पास ले गए। इलाज के दौरान डॉक्टर ने बच्चे को एक बोतल पानी चढ़ा दिया। पानी चढ़ाने के कुछ ही देर बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया। इसके बाद बच्चे के परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा कर हंगामा खड़ कर दिया।
मंगलवार की सुबह जैसे ही किशोर मंडल के तीन वर्षीय बेटे रोहित कुमार की मौत इलाज के दौरान हुई कि डॉक्टर व कर्मी क्लीनिक से भाग खड़े हुए। परिजनों व ग्रामीणों का गुस्सा देख निजी क्लीनिक में कोई कर्मी नहीं जा रहा था। डॉक्टर व कर्मी ग्रामीणों का तेवर देख घंटों दूसरे जगह दुबके रहे। बाद में मामला शांत होने के बाद कुछ कर्मी दिख रहे थे।
गौरतलब है की विजयीपुर माडर घाट स्थित मेन रोड पर कई फर्जी क्लीनिक चलते हैं। इन क्लीनिकों में पूर्व में भी कई बच्चों की मौत हो चुकी है। लोगों का कहना है कि इस तरह की यह पांचवी घटना है। एक वर्ष पूर्व इसी क्लीनिक के आसपास 24 घंटे के अंदर तीन लोगों की मौत हो गयी थी। डीएम के आदेश पर बाजार के दो क्लीनिकों को सील कर दिया गया था।